नशीले पदार्थों के खात्मे और कानून-व्यवस्था को बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे बताएं: डाॅ. दलजीत सिंह चीमा
चंडीगढ़/03फरवरी: शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित द्वारा नशा और कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर आम आदमी पाटी पर गंभीर आरोप लगाए जाने पर अपना स्पष्टीकरण दें यां अपना इस्तीफा सौंपना चाहिए ताकि पंजाबी अपना भविष्य तय कर सकें।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता डाॅ.दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ क्षेत्र के दौरे के दौरान किए गए खुलासों का जवाब देने के बजाय नशा किरानों की दुकानों पर सरेआम बेचा जा रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री इस मुददे को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ गर्वनर पर राज्य के मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया जा रहा है’’। उन्होने कहा कि हालांकि अकाली दल ने हमेशा इस मुददे पर सैद्धांतिक रूख अपनाया है, और राज्य के मुददों को केंद्र के साथ प्रभावी ढ़ंग से उठाने लगातार सतर्क किया है, लेकिन श्री भगवंत मान ने राज्य को नाकाम कर दिया है। उन्होने कहा कि इसी कारण से आप पार्टी की सरकार ने केंद्रीय दखलअंदाजी को बढ़ावा दिया है’’।
डाॅ. चीमा ने कई अवसरों का हवाला देते हुए कहा कि बीबीएमबी की बदली हुई स्थिति को चुनौती देने में मुख्यमंत्री की नाकामी और बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर तक विस्तार करना शामिल है। उन्होने कहा कि श्री भगवंत मान ने अलग विधानसभा के लिए चंडीगढ़ में जमीन मांगने के हरियाणा सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ कुछ भी नही कहा और राज्य में एक अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाने के हरियाणा के फैसले का समर्थन करना भी शामिल है।

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