मुख्यमंत्री पंजाबियों को बताएं कि उन्होने हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के साथ मीटिंग में एस.वाई.एल पर क्या रूख अपनाया: शिरोमणी अकाली दल ने भगवंत मान से कहा

मुख्यमंत्री से कहा कि एसवाईएल मुददे को सिंधु जल संधि के साथ जोड़ना पंजाब के हितों के साथ समझौता होगा: डाॅ. दलजीत सिंह चीमा

चंडीगढ़/05अगस्त 2025

शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान से पंजाबियों को बताने के लिए कहा कि उन्होने हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्रीय अकाल शक्ति मंत्री के साथ सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के मुददे पर मीटिंग में क्या रूख अपनाया और साथ ही कहा कि इस मुददे को सिंधु जल संधि के साथ नही जोड़ा जाना चाहिए।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केवल इतना ही कहा कि उन्होने मीटिंग में पंजाब का रूख रखा है, लेकिन क्या रूख रखा इसके बारे में पंजाबियों को कोई भी जानकारी नही दी है।

एस.वाई.एल नहर का मुददा पंजाब के लिए जीवन और राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ है कहते हुए डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री को पंजाब का रूख सार्वजनिक करना चाहिए ताकि पंजाबियों को यह समझ में आए कि चाहे कुछ भी हो जाए,उनकी सरकार उनके साथ है और वह उनके नदी के जल की रक्षा करेगी। उन्होने कहा,‘‘ पंजाब का रूख साफ है कि हमारे पास देने के लिए एक भी बूंद पानी की नही है। पंजाब के जिस इलाके में एसवाईएल है, वह जमीन भी पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल ने मूल किसानों को वापिस लौटा दी थी।’’

वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि पंजाबियों के मन में कुछ गलतफहमियां है क्योंकि मुख्यमंत्री एस.वाई.एल मुददे को सिंधु जल संधि के साथ जोड़ रहे हैं। उन्होने कहा कि आप सरकार को यह साफ करना चाहिए कि दोनों मुददे अलग-अलग हैं। डाॅ. चीमा ने कहा,‘‘ हम सिंधु जल संधि और पंजाब पर इसके प्रभाव के बारे मे ंतब बात कर सकते हैं , जब इस संधि के तहत राज्यों को पानी वितरित किया जाएगा। एसवाईएल मुददे का फैसला योग्यता के आधार पर किया जाना चाहिए और योग्यता पंजाब के पक्ष में है, क्योंकि यह रिपेरियन राज्य है। उन्होने कहा कि दोनों मुददों को एक साथ मिलाने से केवल पंजाब के हितों से समझौता होगा और हम ऐसा करने की अनुमति नही दे सकते।’’