बठिंडा, 25 फरवरी
पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में भारत सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री माननीय सोम प्रकाश ने प्रशासनिक भवन एवं केंद्रीय पुस्तकालय की आधारशिला रखी।
कार्यक्रम की शुरुआत ग़ुरबानी पाठ अरदास एवं हवन के साथ हुई । ग़ुरबानी कीर्तन, सरबत दे भले दी अरदास एवं हवन उपरांत केंद्रीय राज्य मंत्री श्री सोम प्रकाश जी एवं कुलपति प्रोफ़ेसर राघवेंद्र प्रसाद तिवारी ने 36 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले अकादमिक भवन एवं केंद्रीय पुस्तकालय की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर माननीय केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री सोम प्रकाश ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी व उनके कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि नैक द्वारा ए+ ग्रेड प्राप्त करने और नैशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआरआईएफ़ ) के मुताबिक़ भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में स्थान हासिल करने की विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय उपलब्धि प्रोफेसर (डॉ.) राघवेंद्र प्रसाद तिवारी के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतिफल है। माननीय मंत्री श्री सोम प्रकाश ने भारत के प्रधान मंत्री माननीय नरेंद्र मोदी के कार्यों को स्मरण करते हुए कहा कि दो सौ साल तक हमारे देश में अंग्रेजों ने राज किया उस समय हमारी आर्थिक स्थिति निम्नतम स्थान पर थी अब हम विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं और 2047 तक हम विश्व के देशों में प्रथम स्थान पर होंगे।
अपने मुख्य संबोधन में माननीय केन्द्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने युवा पीढ़ी की क्षमताओं पर आशा व्यक्त करते हुए माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने व भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर बल दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में वृद्धि और व्यापार करने व देश की उच्च रैंकिंग से वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। उन्होंने इन उपलब्धियों का श्रेय प्रधान मंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और प्रतिबद्धता को दिया। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी द्वारा माननीय केन्द्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश को शाल एवं विश्वविद्यालय का स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनंदन एवं स्वागत किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने अपने स्वागत भाषण पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में सम्पूर्ण भारत की सांस्कृतिक व शैक्षणिक प्रतिनिधित्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा लगभग 36 करोड़ रूपये से निर्माणाधीन प्रशासनिक एवं पुस्तकालय भवन के निर्माण से शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को पठन-पाठन हेतु अधिक सुविधाएँ मिलेंगी। कुलपति ने शिक्षा मंत्री माननीय धर्मेन्द्र प्रधान का भवनों के निर्माण हेतु धनराशि उपलब्ध कराने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। कुलपति ने कहा कि देश के वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री माननीय सोम प्रकाश ने बहुत ही कम समय में अपने व्यस्ततम कार्यक्रमों में से समय निकलकर हमें यह अवसर दिया। प्रो. तिवारी ने माननीय केन्द्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश की सरलता एवं सहजता का उल्लेख करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि हमें इस सहजताबोध से सीखने की आवश्यकता है। कुलपति प्रो. तिवारी ने विश्वविद्यालय परिसर में पुस्तकालय एवं प्रशासनिक भवन के शिलान्यास होने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा इसको और गतिशील बनाने हेतु अपनी प्रतिबद्धता दुहरायी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में विश्वविद्यालयत के प्रशासनिक कार्यालय और पुस्तकालय विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट अकादमिक ब्लॉक में स्थित हैं। प्रशासनिक ब्लॉक और विश्वविद्यालय पुस्तकालय को समर्पित दो नए भवनों के निर्माण के साथ ही आर्यभट्ट अकादमिक ब्लॉक में खाली होने वाली जगह का उपयोग शिक्षण और अनुसंधान कार्यों के लिए सघनता से किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव विजय कुमार शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का सञ्चालन प्रो. संजीव ठाकुर ने किया। इस अवसर पर प्रभारी अधिष्ठाता अकादमिक प्रोफेसर रामकृष्ण वुसरिका, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर बी.पी. गर्ग, निदेशक आईक्यूएसी मोनिशा धीमान, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी, अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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