शिरोमणि कमेटी सिखों को दरपेश चुनौतियों के लिए ठोस योजना बनाये : ग्लोबल सिख काउंसिल

—- शिरोमणि कमेटी सदस्य गांव स्तर पर अमृत संचार और गुरसिक्खी को बढ़ावा दें

चंडीगढ़, अक्टूबर :

ग्लोबल सिख काउंसिल (जी.एस.सी.) ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एस.जी.पी.सी.) से अपील की है कि वह सिख समुदाय की प्राथमिक धार्मिक संस्था के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए और सिख क़ौम को दरपेश चुनौतियों के समाधान के लिए तुरंत ठोस योजना बनाएं।

एस.जी.पी.सी. के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह को लिखे पत्र में जी.एस.सी. की अध्यक्ष लेडी सिंह डा. कंवलजीत कौर ने सुझाव दिया है कि वे सभी शिरोमणि कमेटी सदस्य को अपनी उचित जिम्मेदारियों को पूरा करने और गांवों में समानताअमृत संचार और सिख सिद्धांतों को बेहतर तरीके से बढ़ावा देने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कहें। उन्होंने भविष्य की आशंका व्यक्त करते हुए कहा है कि जमीनी स्तर पर गुरबानीमर्यादा और अमृत प्रचार के प्रचार-प्रसार की उपेक्षा करने के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं क्योंकि ईसाई पादरियों और उपदेशकों द्वारा इसका लाभ लेते हुए ऐसी स्थिति में अज्ञानी लोगों का अनैतिक धर्म परिवर्तन करने की अधिक संभावना है।

इसके अलावाग्लोबल सिख काउंसिल ने इस बात पर जोर दिया है कि एस.जी.पी.सी. सदस्यों को अपने मतदाताओं के साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित करने चाहिए और धार्मिक प्रचारकों की मदद से सिखी और अमृत प्रचार लहर को प्रभावी ढंग से चलाना चाहिए। उन्होंने गांवों में युवाओं द्वारा नशीली दवाओं के उपयोग में चिंताजनक वृद्धि के खिलाफ ऐसे प्रभावित परिवारों और युवाओं की रक्षा के लिए शिरोमणि कमेटी के सदस्यों से सक्रिय रूप से अभियान चलाने की अपील भी की है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि धर्म प्रचार लहर‘ के तहत गांवों और शहरों में प्रमुख रागीढाडीप्रचारक जत्थों और सिख कथावाचकों को संगत को गुरबानीकीर्तन और सिख इतिहास से अवगत कराया जाना चाहिए। इसके अलावा जगह-जगह शिक्षण संस्थानों में गुरमत कार्यक्रमअमृत संचार कार्यक्रम और धार्मिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जानी चाहिए। इसके साथ ही केसधारी‘ खेल आयोजनों और विशेष रूप से प्रत्येक गुरुद्वारे में सिख मार्शल आर्ट गतका के प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

पंजाब में जमीनी स्तर पर सिख सिद्धांतों के कम प्रचार के बारे में वैश्विक सिख समुदाय के भीतर बढ़ती चिंता को उजागर करते हुएलेडी सिंह ने शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष से यह भी अपील की है कि वे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से यह सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रभाव का उपयोग करें कि पंजाबियों को नौकरी के अवसरों में भेदभाव न किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के भेदभाव के कारण सिख बच्चों को दूसरे राज्यों और विदेशों में आजीविका तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ता हैजिससे पंजाब को नुकसान हो रहा है।