जनता को भ्रमित न करें , एक व्यापक पैकेज की घोषणा करकेे अपनी यात्रा को सही मायने में सार्थक बनाएं: सरदार परकाश सिंह बादल

PARKASH SINGH BADAL
"Great finish by SAD BSP . We are home - and dry
बेअदबी की साजिश में सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस सरकारों द्वारा पंजाब के साथ  किए गए अन्याय का समाधान करने की मांग की

चंडीगढ़/04जनवरी 2022

पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री स. परकाश सिंह बादल ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि वह सिख धर्म के खिलाफ चल रही बेअदबी की घटनाओं के पीछे की साजिश को बेनकाब करने और पंजाब के लोगों के सामने आने वाले अन्य प्रमुख राजनीतिक , धार्मिक और आर्थिक मुददों को सुलझाने के लिए पहले कुछ ठोस कदम उठाकर पंजाब के अपने दौरे के लिए सही माहौल तैयार करें।

और पढ़ें :-राघव चड्ढा ने कहा-पंजाबी कहावत है साइकिल का भी स्टैंड होता है, मगर सिद्धू का कोई स्टैंड नहीं

स. बादल ने पांच प्रमुख मुददों को सूचीबद्ध किया, जिन पर उन्होने कहा कि एक प्रधानमंत्री पैकेज श्री मोदी की पंजाब यात्रा को विश्वसनीयता  और सम्मान देगा। ‘‘ प्रधानमंत्री के रूप मेें यदि आप पहले पंजाबियों की मांगों को पूरा करने के लिए आर्थिक, राजनीति , कृषि और क्षेत्रीय पैकेज की घोषणा करते हैं , तो आप मेरी प्रशंसा और व्यक्तिगत कृतज्ञता अर्जित करेंगें।

‘‘ पूर्व मुख्यमंत्री ने 1984 कत्लेआम के लिए न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हजारों सिख परिवारों की ओर प्रधानमंत्री का ध्यान  दिलाया। स. बादल ने कहा कि प्रधानमंत्री का दौरा वास्तव में सार्थक होगा और पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा दिए गए कई घावों पर मरहम लगाएगा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की यात्रा की पूर्व संध्या पर ‘‘ देश के लिए  भोजन , रक्षा करना जैसे दायित्वों की याद दिलाने के लिए अनुरोध किया ’’।

पूर्व मुख्यमंत्री ने पंजाब के किसानों को इस संकट से बाहर निकालने के लिए बड़े कृषि पैकेज की भी मांग की ,क्योंकि कर्जा लेेने के कारण किसान कर्जें में डूब गए हैं।

वरिष्ठ राजनेता ने कहा कि प्रधानमंत्री का राज्य का दौरा हमेशा स्वागत योग्य कदम है,जबकि चुनाव इतने करीब होने के बावजूद यह सही नही लग रहा ’’ । ‘‘ लेकिन यह बहुत बड़ा संकेत होगा यदि आप इसे हल कर देतें हैं और सिख धर्म के खिलाफ बेअदबी की घटनाओं की दर्दनाक घटनाओं के पीछे की साजिश और लोगों के सामने आने वाले अन्य मुददों को संबोधित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक मौजूदा न्यायाधीश द्वारा जांच जैसे कदमों की घोषणा करते हैं’’।

स. बादल ने प्रधानमंत्री से  चंडीगढ़ और अन्य पंजाबी भाषा क्षेत्रों के हस्तातंरण और रिपेरियन सिद्धांत के साथ नदी के पानी के मुददे के समाधान सहित उनकी अन्य लंबे समय से चल रही प्रमुख मांगों के समाधान और पंजाबियों की अपेक्षाओं पर ध्यान देने की अपील की।

स. बादल ने कृषि पर तीनों काले कानूनों के खिलाफ संघर्ष में 800 से अधिक लोगों की जान जाने की ओर प्रधानमंत्री का ध्यान दिलाया और कहा कि इन बलिदानों को केंद्र सरकार द्वारा उनके परिवारों की मदद के लिए ठोस भाव से स्वीकार किया जाना चाहिए। ‘‘ यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों के विरोध में ये बलिदान दिए गए थे और सरकार ने  इन कानूनों को रदद करने की सलाह को स्वीकार किया है’’।

स. बादल ने कहा कि पंजाब के लोग प्रधानमंत्री का सच्चा और सौहार्द्रपूर्ण स्वागत करेंगें यदि वह उनकी समस्याओं को संबोधित करने और समाधान करने के लिए एक वास्तविक इच्छा दिखाते हैं , क्योंकि ऐसा केवल एक प्रधानमंत्री ही कर सकता है।