पराली की समस्या का स्थाई समाधान के लिए गंभीर नहीं राजा की सरकार -प्रो. बलजिन्दर कौर

Prof Baljinder Kaur

पराली न जलाने वाले किसानों को ऐलान किया मुआवजा न देने पर प्रो. बलजिन्दर कौर, रुपिन्दर कौर रूबी और मास्टर बलदेव सिंह ने सरकार पर बोला हल्ला 

बठिंडा, 25 अगस्त 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और विधायक प्रो. बलजिन्दर कौर, रुपिन्दर कौर रूबी और जैतो से विधायक मास्टर बलदेव सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार पराली की समस्या के स्थाई  हल के प्रति पूरी तरह सहृदय नहीं है, उल्टा किसानों के साथ वायदा-खिलाफी और पराली के बहाने किसानों को तंग-परेशान किया जा रहा है।
‘आप’ विधायकों ने यहां से जारी संयुक्त बयान के द्वारा कहा कि सरकार ने पिछले समय में किसानों के साथ यह वायदा किया था कि जो किसान खेतों में पराली नहीं जलाएगा, सरकार उनको मुआवजा देगी, परंतु आज तक किसी भी किसान को यह मुआवजा नहीं दिया गया।
‘आप’ विधायकों ने कहा कि पंजाब में पराली को आग लगाने की समस्या किसानों की मजबूरी से पैदा हुई समस्या है, परंतु पंजाब और केंद्र सरकारें इस समस्या के स्थाई हल के लिए बिल्कुल गंभीर नहीं हैं, उल्टा झूठे बहाने लगा कर किसानों को धोखे पर धोखा दे रही हैं।
प्रो. बलजिन्दर कौर और रुपिन्दर कौर रूबी ने प्रदेश में यदि सरकार पराली जलाने के प्रति पूरी तरह सहृदय होती तो वह कभी भी बठिंडा थर्मल प्लांट को पराली से चलाने से पीछे न हटती। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने अपने किए गए वायदे पूरे करती तो यह नौबत नहीं आनी थी, जिससे हमारा पंजाब हरा-भरा और साफ वातावरण वाला होता। उन्होंने कहा कि यदि सरकारों का यही हाल रहा तो किसान पराली जलाने के लिए बेबस होगा।
प्रो. बलजिन्दर कौर और मास्टर बलदेव सिंह ने कहा कि आज तक पंजाब सरकार ने पराली न जलाने वाले किसी भी किसान को मुआवजा ऐलान करने के बावजूद भी कोई मुआवजा नहीं दिया है, बल्कि किसानों को डरा धमका कर उल्टा उन पर पर्चे दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि आज पंजाब के किसान के पास अपनी खेती को बचाने के लिए कोई बदल नहीं है, परन्तु सरकारों ने किसानों की मदद करने की बजाए उल्टा उनको ओर संकट की तरफ धकेल रही हैं। उन्होंने मांग की है कि पंजाब सरकार पराली न जलाने वाले किसानों को पहले निर्धारित किए मुआवजे का ऐलान करे और यह यकीनी बनाऐ कि वह किसानों के साथ किए वायदे पूरे करेगी।
‘आप’ विधायकों ने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों, मुलाजिमों और बेरोजगारों के साथ किया कोई भी वायदा पूरा नहीं किया और हर वायदे में पीठ दिखाई है। उन्होंने मांग की है कि पराली न जलाने को लेकर सरकार खेती और आने वाले खर्च का मुआवजा अदा करे और किसानों को नाजायज तौर पर तंग परेशान करना बंद करे।