वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 9 नवंबर 2023 तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह

वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 9 नवंबर 2023 तक वर्ष दर वर्ष के आधार पर 17.59 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 12.37 लाख करोड़ रुपये रहा

रिफंड के बाद प्रत्यक्ष कर संग्रह 10.60 लाख करोड़ रुपये रहा; वर्ष दर वर्ष के आधार पर 21.82 प्रतिशत की वृद्धि

वर्ष दर वर्ष के आधार पर कॉरपोरेट आयकर संग्रह और व्यक्तिगत आयकर संग्रह में कुल वृद्धि क्रमशः 12.48 प्रतिशत और 31.77 प्रतिशत की रही

वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 09 नवंबर 2023 तक 1.77 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए

दिल्ली,  10 NOV 2023 

09 नवंबर 2023 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 12.37 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के सकल संग्रह से 17.59 प्रतिशत अधिक है। रिफंड के बाद प्रत्यक्ष कर संग्रह 10.60 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 21.82 प्रतिशत अधिक है। यह संग्रह वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर के कुल बजटीय अनुमान का 58.15 प्रतिशत है।

जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का सवाल है, सीआईटी के लिए वृद्धि दर 7.13 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए वृद्धि दर 28.29 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/ 27.98  प्रतिशत (प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) सहित पीटीआई) है। रिफंड के समायोजन के बाद, सीआईटी संग्रह में कुल वृद्धि 12.48 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 31.77 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/31.26 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।

1 अप्रैल 2023 से 09 नवंबर 2023 के दौरान 1.77 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए हैं।