हरियाणा सरकार  अपहरण किए गए नौजवान को परिवार को सौंपें: सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया

हरियाणा पुलिस द्वारा अपहरण किए गए और गंभीर रूप से घायल हुए उस युवक के परिवार के साथ प्रेस कांफ्रेंस की, जिसे हरियाणा के अस्पताल में चिकित्सा सहायत नही दी जा रही
 
कहा कि अगर नौजवान प्रीतपाल को कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री भगवंत मान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा, क्योंकि वह पंजाब क्षेत्र में किसानों की रक्षा करने में नाकाम रहे
 
चंडीगढ़/23फरवरी
 शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज हरियाणा सरकार से उस नौजवान किसान को पीड़ित परिवार को सौंपने की मांग की, जिसे पुलिस ने अपहरण कर गंभीर रूप से घायल कर दिया तथा इसके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की कड़ी निंदा की है , क्योंकि वह हरियाणा के साथ मामले को उठाने में विफल रहे हैं और परिवार को न्याय के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर कर दिया है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा,‘‘ जब 30 साल के अमृतधारी नौजवान प्रीतपाल सिंह  खनौरी में  लंगर बांटने गया और एक ट्राली में बैठा था उसका हरियाणा पुलिस ने अपहरण कर लिया था।’’ उन्होने कहा कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक को बैरिकेड के उपर से फेंक दिया गया और फिर जूट के थैले में डालकर बेरहमी से पीटा गया, जिससे उसके एक पैर में कई फ्रैक्चर हो गए और साथ ही उसके जबड़े और नाक की हडडी टूट गई और उसे कई अन्य चोंटें आई।
सरदार मजीठिया के साथ प्रीतपाल के पिता देविंदर सिंह के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकारों के इस घोर उल्लंघन के बावजूद प्रीतपाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 के तहत एक झूठा मामला दर्ज किया गया है और पीजीआई रोहतक में भर्ती होने के बावजूद उसे चिकित्सा सहायता नही दी जा रही है। उन्होने कहा,‘‘ हरियाणा सरकार ने पीड़ित परिवार के लड़के को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में जाने की अनुमति देने की याचिका पर विचार करने से इंकार कर दिया और उन्हे मामले में दर्ज एफआईआर की काॅपी भी नही दी जा रही है।’’
सरदार मजीठिया ने यह मांग करते हुए कि प्रीतपाल को परिवार को सौंप दिया जाए ताकि वे आवश्यक आॅपरेशन करवा सकें। उन्होने कहा,‘‘ मैं और मेरी पत्नी विधायक गनीव कौर मजीठिया एक हलफनामा देने के लिए तैयार हैं, जिसमें आश्वासन दिया जाएगा कि लड़के को जब भी जरूरत होगी हरियाणा पुलिस के सामने पेश किया जाएगा।’’
मुख्यमंत्री भगवंत मान की कड़ी निंदा करते हुए वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा,‘‘ अगर प्रीतपाल को कुछ होता है तो इसके लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगें।’’ उन्होने कहा कि एसएसपी और डिप्टी कमिशनर के वहां मौजूद होने के बावजूद पंजाब पुलिस मूकदर्शक बनी रही, जबकि हरियाणा पुलिस के जवानों ने प्रीतपाल समेत पंजाबी नौजवानों का अपहरण कर लिया, जिनमें से सात से आठ किसान अभी भी लापता हैं।’’
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रीतपाल के पिता देविंदर सिंह ने कहा कि आप सरकार में से किसी ने भी उनसे संपर्क नही किया है, जिसके कारण उन्हे राहत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। इस अवसर पर रोते हुए देविंदर सिंह ने कहा कि उनके बेटे के साथ हरियाणा पुलिस ने जानवरों जैसा व्यवहार किया और पीजीआई रोहतक में उसे कोई इलाज नही दिया जा रहा है। उन्होने कहा,‘‘ प्रीतपाल के पैर और जबड़े को तत्काल आॅपरेशन की जरूरत है और यही कारण है कि हम उसे दूसरे अस्पताल में ले जाना चाहते हैं।’’
सरदार मजीठिया ने परिवार को इस मामले को गृहमंत्री अनिल विज के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया। उन्होने राज्य में एनएसए घोषित करने के हरियाणा सरकार के कदम की भी निंदा करते हुए कहा ऐसे तानाशाही कदम लोकतंत्र के लिए ठीक नही हैं।
एक सवाल के जवाब में सरदार मजीठिया ने कहा कि नौजवान किसान शुभकरण का पोस्टमार्टम नही किया जा रहा है, क्योंकि पंजाब सरकार ने मामले में एफआईआर दर्ज नही की है। उन्होने कहा,‘‘ क्या मुख्यमंत्री को नियमों की जानकारी नही है?’’ उन्होने यह भी खुलासा किया कि हरियाणा पुलिस के हमलों के दौरान पंजाब के किसानों के घायल होने के  किसी भी मामले में एमएलआर नही बनाई जा रही है, जिससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब के किसान समुदाय को नुकसान पहुंचाने के लिए हरियाणा के साथ फिक्सड मैच खेल रहे हैं।