चंडीगढ़/08दिसंबर 2021
पूर्व केंद्रीय मंत्री स. हरसिमरत कौर बादल ने आज केंद्र सरकार से श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहीदी दिवस को अंतराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता और सहिष्णुता दिवस के रूप में मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र से संपर्क करने का आग्रह किया।
और पढ़ें :- ओ.पी. सोनी ने 225 मल्टीपर्पज़ स्वास्थ्य वर्करों को सौंपे नियुक्ति पत्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री स. हरसिमरत कौर बादल लोकसभा में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी में श्रद्धापूर्वक नतमस्तक होने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। इस दौरान उन्होने कहा कि श्री गुरु साहिब द्वारा दूसरे समुदाय के लिए किए गए बलिदान का इतिहास में कोई सानी नही है। स. बादल ने कहा कि उनके शहादत दिवस को धार्मिक स्वतंत्रता और उदारता दिवस के रूप में मनाने से दुनिया भर में एक दूसरे के प्रति विश्वास तथा समझ को बढ़ावा मिलेगा।
सरदारनी बादल ने केंद्र सरकार से दुनिया भर में सरकारों से संपर्क करने का अनुरोध किया, विशेषकर जहां पंजाबी बहुतायत में रहते हैं। धार्मिक स्वंतत्रता और सहिष्णुता के साथ साथ मानवीय गरिमा के लिए श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी द्वारा किए गए बलिदान पर स्कूल की पुस्तकों में एक अध्याय शामिल करने का अनुरोध किया। उन्होने कहा कि गुरु जी के धार्मिक सहिष्णुता के संदेश को स्कूल और कॉलेज के पाठयक्रम में शामिल कर फैलाने के लिए देश में विश्वसनीय कदम उठाए जाने चाहिए। स. बादल ने गुरु जी के नाम पर एक विश्वविद्यालय की स्थापना का भी आहवाहन किया।
बठिंडा की सांसद ने उन लोगों को सम्मानित करने के लिए एक नेशनल अवार्ड देने की भी अपील की, जिन्होने अंतर-धार्मिक समझ के लिए योगदान दिया था। उन्होने कहा कि पहला पुरस्कार मरणोपरांत एक ब्राह्मण भगत पूरन सिंह को दिया जाना चाहिए, जिन्होने मानवता की सेवा के लिए गुरु जी के राह पर चलते रहे तथा लोगों की भलाई की।

English






