गत 84 दिनों में 2.5 लाख से अधिक नए ‘हर घर जल‘ कनेक्शन जारी
वर्तमान में 24 लाख 64 हजार ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन की सुविधा
जयपुर, 25 मार्च । राजस्थान में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन की सुविधा मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार की योजनाबद्ध मुहिम से लगातार सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। प्रदेश के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के सघन प्रयासों से मौजूदा वित्तीय वर्ष में ‘हर घर जल’ कनेक्शन की संख्या अब 5 लाख के पार पहुंच गई है।
जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा और मार्गदर्शन में प्रदेश में वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पीएचईडी की टीम द्वारा कड़ी मेहनत करते हुए जेजेएम के कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार (25 मार्च) सुबह तक की प्रगति रिपोर्ट के अनुसार राज्य में जेजेएम के तहत इस वित्तीय वर्ष में 5 लाख 3 हजार 287 नए ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन दिए जा चुके है। इसमें रेग्यूलर विंग में 3 लाख 86 हजार 868 तथा वृहद पेयजल परियोजनाओं के एक लाख 16 हजार 719 ‘हर घर जल’ कनेक्शन शामिल है।
गत एक माह में एक लाख नए कनेक्शन
डॉ. जोशी ने बताया कि जेजेएम के कार्यों में पिछले तीन माह में लगातार निखार आया है। विशेष रूप से देखा जाए तो गत करीब एक माह की अवधि में प्रदेश में एक लाख नए ‘हर घर जल’ कनेक्शन जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 31 दिसम्बर 2021 तक इस वित्तीय वर्ष में ‘हर घर जल’ कनेक्शन की संख्या 2.51 लाख थी, जो गत 84 दिनों की अवधि में दो गुना से अधिक हो गई है। उन्होंने बताया कि पीएचईडी के अधिकारी ‘हर घर जल’ कनेक्शन की दैनिक प्रगति में निरंतर तेजी लाने पर फोकस कर रहे हैं। अब प्रदेश में प्रतिदिन 3 से 5 हजार के बीच नए ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है, आने वाले दिनों में इसमें निरंतर गति आएगी।
91.24 लाख कनेक्शन की स्वीकृतिया, 67 हजार करोड़ रुपये होंगे खर्च
जलदाय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) में वर्ष 2024 तक 93.95 लाख ग्रामीण परिवारों ‘हर घर जल’ कनेक्शन देने का लक्ष्य है, इसमें से अब तक 67 हजार करोड़ रुपये की लागत से 91.24 लाख परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन की स्वीकृतियां जारी कर दी गई है। इसमें से 43 लाख 37 हजार कनेक्शन के लिए कार्यादेश भी जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि गत एक वर्ष की अवधि में विभाग द्वारा वर्ष 2024 तक के लक्ष्य के अनुरूप ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन की सभी स्वीकृतियां जारी करने पर फोकस किया गया है, इससे प्रदेश में जेजेएम की 97 प्रतिशत स्वीकृतियों का कार्य पूरा हो चुका है। आगामी माह में राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) की एक बैठक और प्रस्तावित है, इसमें बाकी बची स्वीकृतियां जारी कराने का प्रयास होगा।
स्कूल— आंगनबाड़ी को नल कनेक्शन देने में भी आई गति
डॉ. जोशी ने बताया कि प्रदेश में स्कूल, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन एवं स्वास्थ्य केन्द्रों जैसी ग्रामीण संस्थाओं को नल कनेक्शन से जोड़ने का कार्य भी तेज गति से किया जा रहा है। अब तक प्रदेश में 59 हजार 109 स्कूल (लक्ष्य का 69 प्रतिशत), 30 हजार 468 आंगनबाड़ी केन्द्र (लक्ष्य का 57 प्रतिशत), 11 हजार 190 ग्राम पंचायत भवन (लक्ष्य का 78 प्रतिशत) एवं 9 हजार 366 स्वास्थ्य केन्द्रों (लक्ष्य का 59 प्रतिशत) में नल कनेक्शन देने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अगस्त 2019 में जेजेएम की घोषणा से पहले प्रदेश के एक करोड़ 5 लाख 68 हजार 805 ग्रामीण परिवारों में से 11 लाख 74 हजार 131 ग्रामीण परिवारों के पास ‘हर घर जल’ कनेक्शन थे, इसके बाद अब तक पीएचईडी ने 12 लाख 89 हजार से अधिक परिवारों का कवरेज और पूरा कर लिया है। इस प्रकार वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान गत 2 वर्ष 7 माह की अवधि में ‘हर घर जल’ कनेक्शन वाले परिवारों की संख्या भी पहले की तुलना में दो गुना से भी अधिक हो गई है। वर्तमान में प्रदेश के 24 लाख 63 हजार 612 ग्रामीण परिवारों को ‘हर घर जल’ कनेक्शन की सुविधा सुलभ है।

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