विश्व रेडियो दिवस पर सीडीएलयू में आयोजित रेडियो उत्सव 2022 में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने

वर्तमान दौर में भी लोगों के बीच रेडियो की दीवानगी बरकार, महानगरों में एफएम और छोटे नगरों-गावों में कम्युनिटी रेडियो लोकप्रिय – वीसी

चंडीगढ़, 12 फरवरी – मोबाइल व इंटरनेट के जमाने में भी रेडियो का जलवा बरकरार है और सामाजिक क्रांति में निरंतर अपना योगदान दे रहा है। वर्तमान दौर में रेडियो सूचना प्रौद्योगिकी के साथ बखूबी सामंजस्य कायम करते हुए पॉडकास्ट व अन्य डिजिटल प्रारूपों में लोकप्रिय हो रहा है।
ये विचार चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो स्टेशन द्वारा आयोजित रेडियो उत्सव 2022 में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए व्यक्त किए। रेडियो स्टेशन द्वारा इस कार्यक्रम का पंजीकरण युनेस्को की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी किया गया था।
प्रो. मलिक ने रेडियो उत्सव में शरीक होने वाले सभी प्रतिभागियों को विश्व रेडियो दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि रेडियो जनसंचार का एक महत्वपूर्ण टूल है और राष्ट्र के विकास में इसका विशेष योगदान है। उन्होंने कहा कि भारत एक ग्रामीण आबादी वाला देश है और दूर-दराज के गांवों में बसने वाले बाशिंदों का यह लोकप्रिय जनमाध्यम है। विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो स्टेशन द्वारा विश्व रेडियो दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में रेडियो की विकास यात्रा तथा राष्ट्र के विकास में रेडियो की भूमिका पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि मोबाइल इंटरनेट के जमाने में भी रेडियो हमारे जीवन का अहम हिस्सा है। समय के साथ सामंजस्य बैठाते हुए रेडियो अब डिजिटल हो गया है। जैसे पॉडकास्ट के रूप में अब डिजिटल रेडियो को इंटरनेट के माध्यम से प्रसारित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए रेडियो स्टेशन की मदद ली जाएगी। कुलपति ने कहा की देश भर में चल रहे सामुदायिक रेडियो स्टेशन महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण, आर्थिक व सामाजिक विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेडियो जागरूकता का एक सशक्त यंत्र है। रेडियो उत्सव 2022 के संयोजक तथा सामुदायिक रेडियो स्टेशन के निदेशक डॉ अमित सांगवान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और सामुदायिक रेडियो स्टेशन के विभिन्न कार्यक्रमों एवं भावी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सूचना ही सामाजिक परिवर्तन का आधार है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक रेडियो स्टेशन के माध्यम से पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों को व्यवहारिक रूप से तो दक्ष किया ही जाता है, साथ ही साथ सरकार की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान की जाती है। मुख्य अतिथि तथा आए हुए मेहमानों का धन्यवाद पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ रविंद्र ढिल्लो द्वारा किया गया।

और पढ़ें :-
सहकारिता मंत्री ने केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की ओएसडी से की मुलाकात