कहा, पंजाब की अमन-शान्ति को किसी भी कीमत पर भंग नहीं होने दिया जाएगा
बरगाड़ी मामलों सम्बन्धी सरकार के चुप न रहने और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने के लिए अकालियों को चुनौती दी
चंडीगढ़, 19 मार्च:
भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान से सम्बन्धित आतंकवाद के खि़लाफ़ सख्त रूख इख्तियार करने की माँग करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज कहा कि उनकी सरकार बरगाड़ी और बेअदबी से सम्बन्धित अन्य मामलों के लिए जि़म्मेदार व्यक्तियों के खि़लाफ़ सख्त कार्यवाही यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर अकालियों को लगता है कि हम बेअदबी के मामलों और अन्य गंभीर मुद्दों पर चुप बैठे हैं, तो यह उनकी गलतफहमी है।’’ उन्होंने आगे कहा कि वह अकालियों के साथ ‘तू तू मैं मैं’ करने में विश्वास नहीं रखते बल्कि वह अपना सारा ध्यान राज्य के गंभीर मामलों को हल करने की तरफ लगाना चाहते हैं।
अपनी सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे होने पर करवाए गए समागम के दौरान संबोधन करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनका सारा ध्यान नशों, गैंगस्टरवाद और राजनैतिक हत्याएँ जैसे मामलों से निपटने पर केन्द्रित है जो अकाली-भाजपा शासन अधीन चल रहे थे और इनसे प्रभावशाली ढंग से निपटा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार अब पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों को पंजाब का माहौल खऱाब नहीं करने देगी। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पाकिस्तान के खि़लाफ़ सख्त रूख आपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से सम्बन्धित घटनाएँ नहीं होनीं चाहीएं। उन्होंने कहा कि पंजाब कश्मीर नहीं है और इसके मुकाबले के लिए पूरी तरह समर्थ है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद के विरुद्ध सेना लड़ाई जारी रख सकती है, परन्तु पंजाब में सरहदों की रक्षा के लिए बीएसएफ के साथ-साथ 85000 पुलिस फोर्स पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि सेना भी हर समय सहायता के लिए तैयार है।
पाकिस्तान आधारित आतंकवाद के खि़लाफ़ सख्त रूख अपनाते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पुलवामा हमले और सरहदों पर तैनात सैनिकों के सिर काटने जैसी घटनाएँ बर्दाशत योग्य नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पाकिस्तान के विरुद्ध सख्त रूख अपनाना पड़ेगा, उनको कोई और भाषा समझ नहीं आती।’’ उन्होंने आगे कहा कि वह वास्तव में पड़ोसी देश की नीति को नहीं समझ रहे, जिस कारण सभी पड़ोसी मुल्कों को पाकिस्तान के साथ लड़ाई लडऩी पड़ रही है।
इस मौके पर अपने पाक दौरे को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि कैसे परवेज़ मुशर्रफ ने 500 भारतीय कैदियों को तुरंत रिहा किया था, जिनकी सूची उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान के पहले दौरे के दौरान पाकिस्तान के समकालीन राष्ट्रपती के साथ साझी की थी और जिनको वह (कैप्टन अमरिन्दर सिंह) अपने साथ घर वापस लाए थे।
चीन द्वारा तैयार किये गए ड्रोन, हथियारों और नशों की सरहद से पार पंजाब में तस्करी का हवाला देते हुए कैप्टन अमरिन्दर ने कहा कि पंजाब पुलिस और विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साझे यत्नों के स्वरूप बड़ी मात्रा में बरामदगी हुई है। उन्होंने उड़ी, चम्बा, गुजरात की बंदरगाह, नेपाल और बर्मा से दिल्ली के द्वारा पंजाब में पहुँच रहे नशे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि राज्य नार्को आतंकवादियों का केंद्र बन गया है, उन्होंने कहा कि नशे को पूरी तरह ख़त्म करने की लड़ाई युद्ध स्तर पर जारी है।
फिल्मों और टैलिविजऩ पर दिखाए जाने वाली हथियारों की संस्कृति के द्वारा पनप रहे गैंगस्टरवाद बारे बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस फोर्स को स्पष्ट हिदायतें हैं कि उनको आत्म-समर्पण करने के लिए कहो और यदि वह इन्कार करते हैं तो उनको आत्म-समर्पण के लिए मजबूर करो जिसके कारण पैदा होने वाली स्थिति भुगतने के लिए गैंगस्टर ख़ुद जि़म्मेदार होंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार की गैंगस्टरों के विरुद्ध किसी तरह की रहम की नीति नहीं है, जो अकाली शासन के दौरान खुले आम पुलिस समेत किसी को भी गोली मार देते थे और आज़ाद घूम रहे थे। परन्तु पुलिस ने अब इन गैंगस्टरों पर नकेल कसी है। तकरीबन 2500 हिरासत में ले लिए गए हैं और 11 पुलिस कार्यवाही के दौरान मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि एक गैंगस्टर की हाल ही में अर्मीनिया से हवालगी प्राप्त की थी और एक अन्य की पहचान इटली में हुई थी और निकट भविष्य में उसकी सुरक्षित हवालगी की जायेगी।
उस समय जब लोग निराशा में जी रहे हैं, पंजाब को आतंकवाद के काले दिनों में फिर से न जाने देने का संकल्प लेते हुए कैप्टन ने कहा कि वह अपने जीवनकाल के दौरान लोगों के चेहरों पर मुस्कान वापस लाने पर पूरी तरह आशावान हैं।

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