ज्योति फाउंडेशन ने फाजिल्का के 14 बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती गांवों के साथ मनाई हरित दीवाली

फाजिल्का, 23 अक्टूबर

ज्योति फाउंडेशन ने, अपने संस्थापकों प्रभकिरन बराड़ और अजीत बराड़ के नेतृत्व में, बाढ़ से प्रभावित फाजिल्का जिले के 14 सीमावर्ती गांवों के निवासियों को दीवाली की खुशियां बांटकर उनके जीवन में फिर से रोशनी भर दी। फाउंडेशन की टीम ने स्थानीय परिवारों के साथ त्योहार मनाया और उन्हें नए कपड़े, मिठाइयां तथा पर्यावरण अनुकूल दीये वितरित किए। साथ ही, फाउंडेशन की टीम ने स्थिरता, आशा और सामुदायिक एकता पर आधारित पर्यावरण अनुकूल और हरित दीवाली मनाने का संदेश भी दिया।

इन 14 गांवों की कुल आबादी 12,000 से अधिक है, और बाढ़ के दौरान ये गांव सबसे अधिक प्रभावित हुए थे। यहां लगभग 7,000 एकड़ उपजाऊ कृषि भूमि जलमग्न हो गई थी। इन गांवों को गोद लेने के बाद, ज्योति फाउंडेशन बड़े पैमाने पर राहत और पुनर्वास कार्य कर रहा है, जिसमें किसानों को अपनी आजीविका फिर से शुरू करने में मदद के लिए खेतों से गाद हटाना, जमीन को समतल करना और खेती योग्य बनाना शामिल है।

ज्योति फाउंडेशन के संस्थापक अजीत बराड़ ने कहा, “दीवाली अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है – और इन परिवारों के लिए, उनकी हिम्मत ही वह असली रोशनी है।” उन्होंने आगे कहा, “हम केवल राहत देने के लिए ही नहीं, बल्कि जीवन को पुनर्स्थापित करने, जमीन को फिर से कृषियोग्य बनाने और आशा को कायम रखते हुए लंबे समय तक पुनर्वास के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।”

फाउंडेशन के चेयरपर्सन प्रभकिरन बराड़ ने कहा, “मैं हमेशा मानता हूं कि त्योहार हमें ईश्वर के प्रति कृतज्ञता का भाव सिखाते हैं। इस दीवाली पर, हम केवल दीयों से ही नहीं बल्कि अपनी करुणा से दूसरों के जीवन में भी प्रकाश फैलाएंगे। इन गांवों के बच्चों के चेहरों पर दोबारा मुस्कान देखना मुझे यह याद दिलाता है कि जब हम किसी और के जीवन में उम्मीद जगाते हैं, तो वह रोशनी चारों ओर फैल जाती है।”

इस पहल के अंतर्गत किए जा रहे प्रमुख कार्य:

फाजिल्का जिले के गोद लिए गए सभी 14 गांवों में दीवाली उत्सव का आयोजन।

बाढ़ प्रभावित परिवारों को कपड़े, मिठाइयां और पर्यावरण अनुकूल दीये वितरित करना।

हरित दीवाली के सिद्धांतों का प्रचार – प्लास्टिक का कम उपयोग, पटाखों से परहेज, और सच्ची खुशी को अपनाना।

7,000 एकड़ कृषि भूमि से गाद निकालकर, समतलीकरण, बुवाई और खेती के प्रयासों द्वारा बहाली करना।

स्थानीय समुदायों के सहयोग से महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और ग्रामीण पुनर्वास पर निरंतर ध्यान केंद्रित करना।

बाढ़ के बाद, ज्योति फाउंडेशन ने बचाव कार्य, चिकित्सा राहत, स्कूलों के पुनर्निर्माण और आजीविका बहाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फाउंडेशन का उद्देश्य तत्काल राहत प्रदान करने के साथ-साथ दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करना है।

ज्योति फाउंडेशन संबंधी जानकारी
ज्योति फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संस्था है जो जन कल्याण के कार्यों के माध्यम से स्थायी परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है। एक समावेशी और सशक्त पंजाब के दृष्टिकोण पर आधारित, यह फाउंडेशन ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और आपदा राहत के क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्य करती है। इसका उद्देश्य समुदायों के साथ भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक रूप से जुड़ाव बढ़ाकर उनमें आत्मनिर्भरता और लचीलापन बढ़ाना है।