फसल अवशेष प्रबंधन पर 5 दिवसीय प्रशिक्षण सह प्रदर्शन

 फाजिल्का, 25 नवंबर 2024

कृषि विज्ञान केंद्र फाजिल्का में फसल अवशेष प्रबंधन पर प्रशिक्षण सह प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गय। इस कार्यक्रम का संयोजन केवीके हेड डॉ अरविंद कुमार अहलावत के नेतृत्व में डॉ किशन कुमार पटेल विषय विशेषज्ञ (कृषि मशीनरी) ने किया । कार्यक्रम में 25 किसानों ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने किसानों के साथ तकनीकी जानकारी साझा की तथा फसल अवशेष का उचित प्रबंध करने हेतु प्रेरित किया। इस कार्यक्रम के दौरान इसी केवीके के डॉ प्रकाश चंद गुर्जर ने धान की पराली का उचित प्रबंध करने को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि हम धान की पराली को खेत में ही मिलाकर खेती करते हैं तो न सिर्फ मृदा की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है बल्कि खेत में लगने वाले उर्वरकों की मात्रा में भी कमी आती है जिससे किसान को लगने वाला खर्च भी कम लगता है । डॉ किशन पटेल ने कृषि मशीनरी जैसे सुपर सीडर हैप्पी सीडर जीरो ड्रिल आदि के बारे में जानकारी देते हुए इन सीटू और एक्स सीटू फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी । इसी कार्यक्रम के दौरान हरेंद्र सिंह दहिया ने फसलों में होने वाली विभिन्न बीमारी तथा कीट के बारे में चर्चा करते हुए उनके रोकथाम के बारे में किसानों से विस्तृत चर्चा की । कार्यक्रम में किसान करनैल सिंह ने पराली का उपयोग कर मशरूम उत्पादन कर किसानों के आमदनी में बढ़ावा कैसे किया जा सकता है उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी । इस मौके पर जिला जन सूचना अधिकारी भूपेंदर सिंह बराड़ जी ने पराली प्रबंधन तथा अपने स्तर पर किए जा रहे कृषि संबंधित अनुसंधान के बारे में किसानों से जानकारी साझा की। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को पराली का उचित प्रबंध करने हेतु प्रेरित करना था तथा पराली के उचित प्रबंधन से होने वाले लाभ के बारे में जागरूक करना था । कार्यक्रम के अंत में कृषि विज्ञान केंद्र में होने वाले विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई तथा सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान कर कार्यक्रम का समापन किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र फाजिल्का के डा अरविंद कुमार अहलावत, डा किशन पटेल, भूपेंदर सिंह बराड़ एवम शिक्षा विभाग से विजय पाल और समस्त किसान उपस्थित थे ।