2014 से अब तक 165 अवार्ड़ों से सम्मानित हो चुकी है मनोहर सरकार: डा. संजय शर्मा
अवार्ड देने के साथ अवार्ड लेने में भी अव्वल मनोहर सरकार: डा. संजय शर्मा
चंडीगढ़, 4 नवम्बर। पिछले 8 साल में हरियाणा में डबल इंजन सरकार के बल पर अनेक ऐसी अच्छी चीजें हुई, जो पहले कभी नहीं हुई थी। बदलाव की उम्मीद के भरोसे हरियाणा की जनता ने 2014 में जनसेवा का दायित्व भारतीय जनता पार्टी को सौंपा। सुशासन के संकल्प से शुरू हुई हरियाणा के विकास की यात्रा सबके लिए समय पर, सरलता से, सही सेवा सुनिश्चित करने की मंजिल पर पहुंचती दिखाई दे रही है। जहां हरियाणा के खिलाड़ी मेडल जीतकर प्रदेश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रहे हैं, वहीं मनोहर सरकार भी जनता के हितार्थ किए गए कामों के बलबुते पर अवार्डों की झड़ी लगा रही है। 8 सालों में मनोहर सरकार 165 अवार्डों से सम्मानित हो चुकी है।
भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश मीडिया प्रमुख डा. संजय शर्मा ने बताया कि मनोहर सरकार को गन्ना विकास के लिए सबसे पहला पुरस्कार 2015 में नई दिल्ली में मिला था। इसके बाद यह अवार्ड मिलने का सिलसिला ऐसा चला कि 2015 में मनोहर सरकार को 19 अवार्ड मिले। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में 26 अवार्ड हरियाणा की झोली में आए। वहीं वर्ष 2017 में 49 अवार्डों से मनोहर सरकार सम्मानित हुई। अगर वर्ष 2018 की बात करें तो 32 अवार्ड मनोहर सरकार को मिले। वर्ष 2019 में 20 तथा वर्ष 2020 में 9 पुरस्कारों से मनोहर सरकार को सम्मानित किया गया। वर्ष 2021 में डिजिटल इंडिया अवार्ड और गोल्ड अवार्ड अंत्योदय सरल परियोजना के लिए नई दिल्ली में दिया गया।
वर्ष 2022 में मनोहर सरकार को राज्य में मेडिकल कालेज में क्रिटिकल केयर आईसीयू स्थापना के लिए अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन पुरस्कार 2021 मिला। तथा खेलों को बढ़ावा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार मिला। वहीं एमएसएमई क्षेत्र के प्रचार और विकास में राज्य के योगदान के लिए राष्ट्रीय एमएसएमई पुरसकार से नवाजा गया। शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाएं, पुलिस विभाग, खेल एवं युवा तथा किसानों के हितार्थ किए गए कामों में हरियाणा सरकार पुरस्कृत हुई। उन्होंने बताया कि 2022 में 7 पुरस्कार मिल चुके हैं और अब आठवां बेस्ट स्टेट का अवार्ड 9 नवंबर को मिलेगा। शर्मा ने बताया कि हरियाणा की मनोहर सरकार प्रदेश के मेडल विजेता खिलाड़ियों को करोड़ों के नकद इनाम देकर उनका उत्साह तो बढ़ा ही रही है साथ ही खुद भी अवार्ड लेने में अव्वल साबित हो रही है।
किसानों के खेतों में नहीं, अब सरकार के खजाने पर होती है ओलावृष्टि
मीडिया प्रमुख ने बताया कि पिछली सरकारों द्वारा 48 वर्षों में किए गए काम और हरियाणा भाजपा के 8 साल के कामों की तुलना करें तो फर्क साफ दिखाई देता है। किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित रहते थे। बारिश ओलावृष्टि से फसलें खराब हो जाती थी। लेकिन सरकार की मनोहर नीतियों के कारण अगर ओलावृष्टि होती है तो सरकार के खजाने पर होती है। मनोहर सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रदेश के 20 लाख किसानों को 5667 करोड़ रुपये बीमा क्लेम के दिए हैं। समय पर ऋण अदायगी करने वाले किसानों को बिना ब्याज लोन मुहैया कराया गया। वहीं 4.21 लाख किसानों का 1672 करोड़ रुपये ब्याज व जुर्माना माफ किया गया। भावांतर भरपाई योजना किसानों के लिए संजीवनी बनकर आई है। 21 बागवानी फसलों की कीमतें सरकार ने संरक्षित की है। अगर किसानों को कोई नुकसान होता है तो सरकार उसकी भरपाई अपने खजाने से करती है।
डा. संजय शर्मा बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सत्ता संभालते ही भाजपा ने किसानों की दशा और दिशा बदलने का काम शुरू कर दिया था। वर्ष 2014-2019 में पंचायत एवं कृषि मंत्री रहते हुए ओम प्रकाश धनखड़ ने किसानों के हितों के लिए अनेकों योजनाएं शुरू की थी ताकि प्रदेश का किसान खुशहाल हो सके। उनका मानना है कि किसानों की समृद्धि से ही देश की समृद्धि संभव है। उन्होंने बताया कि अब हरियाणा को कृषि अनुकूल नीतियों, कार्यक्रमों, उत्पादन, इनपुट, प्रौद्योगिकियों, विपणन, मूल्यवधन, बुनियादी ढांचे और निर्यात के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने पर भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद द्वारा जारी इंडिया एग्रोबिजनेस अवार्ड 2022 में हरियाणा को सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में 165वां अवार्ड मिला है। उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल 9 नवंबर को राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली में हरियाणा की ओर से इस पुरस्कार को ग्रहण करेंगे।

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