२३ जून २०२१
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन ने विभिन्न ऑनलाइन गतिविधियों के माध्यम से विश्व वर्षावन दिवस मनाया। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब’और कॉलेज की एनएसएस इकाइयों ने वन और वन्यजीव विभाग, यूटी, चंडीगढ़ के सहयोग से इस दिन को मनाने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन कविता लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता का विषय था ‘रिक्लेमिंग स्पेस: नेचर इन टाइम्स ऑफ पेनडेमिक’। लगभग 23 भारतीय राज्यों और अर्जेंटीना, मलेशिया, नाइजीरिया और नेपाल सहित कई देशों से हिंदी और अंग्रेजी दोनों में 230 से अधिक प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई । प्रतिभागियों ने प्रकृति और इसके संरक्षण के प्रति अपनी संवेदनशीलता को दर्शाते हुए विषय पर अपनी रचनात्मक काव्य रचनाओं को साझा किया।
एक अन्य कार्यक्रम में, कॉलेज के ललित कला विभाग ने ‘द हीलिंग पावर ऑफ नेचर: आर्ट इन द टाइम्स ऑफ पेनडेमिक’ शीर्षक से एक ऑनलाइन पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया। पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता के बारे में वैश्विक चिंताओं के बीच, विभाग के नवोदित कलाकारों ने प्रकृति के संरक्षण की आवश्यकता के संदेश को फैलाने के लिए अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता को सौंदर्य की दृष्टि से आकर्षक तरीके से प्रदर्शित किया।
प्रधानाचार्य डॉ. निशा भार्गव ने अभिन्न प्राकृतिक संसाधन यानी वर्षावनों के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि वनों की कटाई ने जलवायु असंतुलन और पारिस्थितिक असंतुलन को जन्म दिया है जिससे समस्याएं पैदा हुई हैं और इस प्रकार वर्षावनों को संरक्षित करना अनिवार्य है।

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