एमसीएम ने खाद पर ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की

चंडीगढ़ १२ जुलाई २०२१
 मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन की स्वच्छता समिति (कला) ने एमसीएम इको क्लब के सहयोग से ‘खाद्य अवशेषों को खाद में कैसे बदला जा सकता है’ विषय पर एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया। भारत का अमृत महोत्सव के 75-सप्ताह लंबे उत्सव के एक भाग के रूप में आयोजित, कार्यशाला में प्रमुख वक्ता के रूप में भवन विद्यालय जूनियर, चंडीगढ़ से श्रीमती सरनजीत कौर, इको क्लब प्रभारी शामिल रहीं। कम्पोस्ट बनाने के बारे में ज्ञान हासिल करने के लिए कर्मचारियों और छात्रों के शामिल होने से कार्यशाला को उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। श्रीमती सरनजीत ने घर पर खाद बनाने की चरणबद्ध प्रक्रिया पर प्रकाश डाला, जिसमें खाद के लिए गड्ढा बनाना, गड्ढ़े पर अलग -अलग सतहें बनाना शामिल है । उन्होंने उन चीजों पर भी प्रकाश डाला जो इन गड्ढों में नहीं डाली जानी चाहिए जैसे प्याज के छिलके या कोई भी खट्टे पदार्थ। अपने सूचनात्मक व्याख्यान के दौरान, श्रीमती सरनजीत ने प्रतिभागियों को पर्यावरण के प्रति उनकी जिम्मेदारी की याद दिलाई और रोजमर्रा की जिंदगी में सस्टेनबल व्यवहार अपनाने पर ज़ोर दिया ।कार्यशाला को प्रतिभागियों द्वारा खूब सराहा गया, जिनके प्रश्नों का विशेषज्ञ द्वारा उपयुक्त उत्तर दिया गया।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने पर्यावरण के प्रति सस्टेनबल व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज की स्वच्छता समिति और इको क्लब के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि एमसीएम पर्यावरण के प्रति जागरूक संस्था है और कॉलेज द्वारा इस दिशा में कई प्रयास किए गये हैं- जैसे खाद बनाना, वर्मी कम्पोस्टिंग, मेस फूड वेस्ट से बायोगैस उत्पादन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना, वर्षा जल संचयन और सौर ऊर्जा का दोहन पर्यावरण संरक्षण के लिए एमसीएम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।