मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ ने अखिल भारतीय शिक्षा समागम नामक तीन दिवसीय शिक्षा शिखर सम्मेलन की विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया जिसका उद्घाटन माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में किया था। प्रधानाचार्या डॉ. निशा भार्गव के नेतृत्व में 400 से अधिक शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020) को लागू करने में रणनीतियों, सफलता की कहानियों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए आयोजित किए जा रहे शिखर सम्मेलन का सीधा प्रसारण देखा। अपने उद्घाटन संबोधन में श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल आधार शिक्षा को 21वीं सदी के आधुनिक विचारों से जोड़ना है। यह कहते हुए कि अंग्रेजों द्वारा बनाई गई शिक्षा प्रणाली कभी भी भारतीय लोकाचार का हिस्सा नहीं थी, प्रधान मंत्री ने शिक्षा के भारतीय लोकाचार की बहुआयामीता को रेखांकित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षा नीति युवाओं को कुशल, आत्मविश्वासी, व्यावहारिक बनाने के लिए आधार तैयार कर रही है, साथ ही एक नई विचार प्रक्रिया के साथ भविष्य के लिए काम करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। श्री नरेन्द्र मोदी ने उच्च शिक्षण संस्थानों से शिक्षा के पारंपरिक आधार को अक्षुण्ण रखते हुए पूरे उत्साह और वैज्ञानिक स्वभाव के साथ नई शिक्षा नीति अपनाने का आग्रह किया।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने कहा कि एनईपी 2020 भारत को वैश्विक शिक्षा के एक बड़े केंद्र के रूप में उभारेगा। एनईपी 2020 के महत्व के बारे में विचार प्रकट करते हुए डॉ. भार्गव ने कहा कि यह भारत में उच्च शिक्षा के प्राचीर को मजबूत करेगा और देश के युवाओं के लिए नए पोर्टल और अवसरों के रास्ते खोलेगा।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने कहा कि एनईपी 2020 भारत को वैश्विक शिक्षा के एक बड़े केंद्र के रूप में उभारेगा। एनईपी 2020 के महत्व के बारे में विचार प्रकट करते हुए डॉ. भार्गव ने कहा कि यह भारत में उच्च शिक्षा के प्राचीर को मजबूत करेगा और देश के युवाओं के लिए नए पोर्टल और अवसरों के रास्ते खोलेगा।

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