चंडीगढ़ 16 नवंबर 2022
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ में अर्थशास्त्र के स्नातकोत्तर विभाग ने ‘डिजिटल टूल्स: ए गेटवे फॉर रिसर्च इन सोशल साइंसेज’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में विकास और संचार संस्थान, चंडीगढ़ से एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ अनुराधा सेखरी बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुईं । डॉ. सेखरी ने अनुसंधान में प्रौद्योगिकी और डिजिटल उपकरणों व संसाधनों के महत्व पर प्रकाश डाला। विशेषज्ञ ने शोध प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से समझाया और कई तरीकों पर भी चर्चा की जो शोध उत्पादकता बढ़ाने में मददगार हैं । कार्यशाला के दौरान डेटा संग्रह के विभिन्न तरीकों जैसे सर्वे मंकी, मेंटीमीटर, क्विक सर्वे आदि और डेटा विश्लेषण के लिए विभिन्न टूल और सॉफ्टवेयर जैसे एसपीएसएस, आर, साईपी, ऑरेंज आदि पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा, प्रमुख वक्ता ने अनुसंधान में डेटा विश्लेषण के महत्व को भी विस्तार से समझाया और शोधकर्ताओं द्वारा सामना किए जाने वाले डेटा विश्लेषण में विभिन्न समस्याओं पर भी चर्चा की । डॉ. सेखरी ने एआई-आधारित उपकरणों की बढ़ती भूमिका को स्वीकार किया, जिनका उपयोग वर्तमान समय में डेटा संग्रह के लिए किया जा सकता है। विद्यार्थियों को साहित्यिक चोरी और उन तरीकों से भी अवगत गया जिनके द्वारा कोई इसकी जाँच कर सकता है।
प्रधानाचार्या डॉ. निशा भार्गव ने नवोदित शोधकर्ताओं को राष्ट्र के विकास के लिए अनुसंधान और नवाचार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज में शोध बीज राशि का प्रावधान है।

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