
चंडीगढ़, 17 मई 2022
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के उपलक्ष्य में, इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के तहत मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ में रसायन विज्ञान के स्नातकोत्तर विभाग ने बौद्धिक संपदा अधिकारों पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस सत्र के प्रमुख वक्ता नई दिल्ली स्थित लेक्सनटेक आईपी लॉ ऑफिस में अधिवक्ता, श्री विजय गुप्ता, थे। इस आयोजन में कुल 93 छात्रों और शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
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यह सत्र प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा अधिकारों से जुड़ी विभिन्न चुनौतियों और पेटेंट विशेष रूप से रासायनिक पेटेंट के बारे में जानकारी से परिचित कराने का एक प्रयास था। श्री गुप्ता ने पेटेंट के प्रकारों और उद्योग में उनके महत्व पर ध्यान केंद्रित किया, और कॉपीराइट, साहित्य में कलात्मक डिजाइन, व्यापार रहस्य, आईपीआर संरक्षण के लिए वैधता और पेटेंट संरक्षण की आवश्यकता पर चर्चा की। छात्राओं के उद्यमशीलता कौशल को विकसित करने की पहल में, कॉलेज के आईआईसी ने बिजनेस मॉडल कैनवास पर ऑनलाइन डेमो डे/पोस्टर प्रस्तुति प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता में लगभग 21 विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रतिभागियों ने बिजनेस मॉडल कैनवास के नौ घटकों (ग्राहक खंड, मूल्य प्रस्ताव, चैनल, ग्राहक संबंध, राजस्व धाराएँ, प्रमुख संसाधन, प्रमुख गतिविधियाँ, प्रमुख भागीदारी और लागत संरचना) का उपयोग करते हुए नवीन उद्यमशीलता के विचार प्रस्तुत किए। प्रविष्टियों का मूल्यांकन नवाचार, विशिष्टता और रचनात्मकता के आधार पर किया गया था। शीर्ष तीन विजेताओं को नकद पुरस्कार दिए गए।
प्राचर्या डॉ. निशा भार्गव ने आईआईसी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि कॉलेज इस तरह की पहल के माध्यम से छात्राओं में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को विकसित करना जारी रखेगा।

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