चंडीगढ़,6 दिसंबर 2021
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ ने चंडीगढ़ पुलिस के साइबर सेल के साइबर स्वच्छता मिशन के फ्लैगशिप कार्यक्रम के तहत चंडीगढ़ पुलिस द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षित किए गए छात्रों को आम लोगों के बीच साइबर स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए साइबर सेल, चंडीगढ़ पुलिस के साथ इंटर्न के रूप में कार्य करने का अवसर मिला।
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कर्नल शैलेश तिवारी, जो वर्तमान में आईआईटी मद्रास में साइबर वारफ़ेयर पर शोध कर रहे हैं, श्री जितेन जैन, एक प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और श्री रक्षित टंडन, हैकरशाला के निदेशक व संस्थापक, इस अत्यधिक जानकारीपूर्ण कार्यक्रम के दौरान वक्ता थे।
कर्नल शैलेश तिवारी ने अपनी विस्तृत प्रस्तुति के माध्यम से अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए विभिन्न तकनीकों पर प्रकाश डाला। श्री जितेन जैन ने इन्फ़र्मेशन वारफ़ेयर के कौशल पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे खुफिया एजेंसियां घटनाओं, उपकरणों जैसे हथियार, सिस्टम और लोगों को ट्रैक करने के लिए OSINT (ओपन सोर्स इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) का उपयोग करती हैं।
श्री रक्षित टंडन के साथ एक संवादात्मक सत्र में, दर्शकों को कई केस अध्ययनों से अवगत कराया गया और उन्हें डेटा गोपनीयता और सुरक्षा के महत्व के बारे में बताया गया। उन्होंने लाइव हैकिंग के साथ-साथ साइबर अपराध से बचने के लिए विभिन्न तरीकों का प्रदर्शन किया, जैसे कि दो-चरणीय सत्यापन, टिप्पणी नियंत्रण और एक मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना। उन्होंने इंटरनेट बैंकिंग और ऑनलाइन लेनदेन पर प्रासंगिक सुरक्षा सलाह साझा करके प्रस्तुति को समाप्त किया, और इन अपराधों का शिकार होने से बचने में मदद करने के लिए साइबर अपराध की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए लिंक भी साझा किया।
प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलू पर प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर प्रशिक्षुओं को बधाई दी, जो इंटरनेट प्रसार के इस युग में अत्यंत प्रासंगिक हो गया है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों के खतरे से निपटने के लिए नागरिकों को आवश्यक कौशल से लैस करने के लिए इस तरह के सशक्त कार्यक्रम अनिवार्य हैं।

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