मोदी सरकार पंजाब में गेहूं की बिजाई खराब करने के लिए साजिशन पैदा कर रही है डीएपी खाद की किल्लत : कुलतार सिंह संधवां

KULTAR SINGH
ਗੰਨਾ ਉਤਪਾਦਕ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨਾਲ ਧੋਖ਼ਾ, ਕਾਂਗਰਸ ਨੇ ਲੱਡੂ ਖਵਾ ਕੇ ਮਾਰਿਆ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੀ ਪਿੱਠ ’ਚ ਛੁਰਾ: ਕੁਲਤਾਰ ਸਿੰਘ ਸੰਧਵਾਂ
-किसानों की समस्याओं के संबंध में क्यों सोई पड़ी है चन्नी सरकार 
-बिजाई सिर पर होने के बावजूद पंजाब में 87 प्रतिशत डीएपी खाद की कमी 
-आपसी आपसी खींचतान के कारण लोक और किसानी मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही चन्नी सरकार 
-बदले की भावना के साथ पंजाब के अन्नदाता को निशाना बना रही है मोदी सरकार 

चंडीगढ़, 14 अक्तूबर 2021

आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में डीएपी खाद की भारी कमी होने पर गहरी चिंता जताई है, क्योंकि खाद की कमी के कारण रबी की फसलें, विशेष रूप से गेहूं की बिजाई पर काफी बुरा असर पड़ेगा। डीएपी खाद की आत्यधिक कमी के लिए केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य की कांग्रेस सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए आप पंजाब के किसान विंग के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक कुलतार सिंह संधवा ने इस सोची-समझी किल्लत को पंजाब के खिलाफ गहरी साजिश करार दिया है।

और पढ़ें :-सहकारी बैंकों के 159 सहायक मैनेजरों को मैनेजर और 55 मैनेजरों को सीनियर मैनेजर पदोन्नत करने का फैसला

पार्टी मुख्यालय से वीरवार को जारी बयान में विधायक कुलतार सिंह संधवां ने कहा पंजाब में धान कटाई के तुरंत बाद रबी की फसलें, गेहूं, आलू और पशुओं के चारे आदि की बिजाई की जाती है। इन फसलों की बिजाई के लिए डीएपी खाद की अत्यावश्यकता होती है। केंद्र और राज्य सरकार आपसी तालमेल के साथ इस अहम जरूरत का प्रबंध पहले ही करती हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि डीएपी खाद की समयानुसार सप्लाई न देकर जहां केंद्र सरकार पंजाब और पंजाब के किसानों के साथ रंजिश निकाल रही है, वहीं पंजाब सरकार सोई पड़ी है, क्योंकि कृषि प्रधान पंजाब में रबी की फसल की बिजाई के लिए 5.5 लाख टन डीएपी की आवश्यकता है। लेकिन वर्तमान में केवल 74 टन खाद का ही भंडार है। इस हिसाब से प्रदेश में 4.80 लाख टन खाद की कमी पाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में डीएपी खाद की 87 प्रतिशत कमी होने के कारण जहां रबी की फसलों की बिजाई पर बुरा प्रभाव पड़ेगा, वहीं काला बाजारी भी शुरू हो जाएगी और किसानों को आर्थिक तौर पर लूटा जाएगा।

विधायक संधवां ने कहा कि पंजाब में खाद की सप्लाई देना केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की जिम्मेदारी है, जिसे निभाने में केंद्र सरकार विफल साबित हुई है। उन्होंने आशंका जाहिर की कि पंजाब में गेहूं की बिजाई खराब करने की साजिश के तहत डीएपी खाद की किल्लत पैदा की जा रही है, क्योंकि बिजाई सिर पर होने के बावजूद पंजाब को केवल 13 प्रतिशत डीएपी खाद मिली है। आप नेता ने कहा कि मोदी सरकार बदले की भावना के साथ पंजाब के अन्नदाता को निशाना बना रही है, ताकि पंजाब के किसानों को मोदी सरकार के काले कृषि कानूनों के खिलाफ झंडा बुलंद करने की सजा दी जा सके।

कुलतार सिंह संधवां ने चन्नी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब सरकार आपसी लड़ाई के कारण लोक मुद्दों और किसानी की जरूरतेें पूरी करने में लगातार विफल साबित हो रही है। क्योंकि पंजाब सरकार न तो डीएपी खाद का एडवांस प्रबंध कर सकी है और न ही बिजली के कट से निजात दिलवा सकी है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कायेले की कमी के कारण बिजली सप्लाई पर कट लगाए जा रहे हैं। इस कारण धान की फसल को जरूरत अनुसार आखिरी बार पानी नहीं दिया जा रहा। इस कारण जहां धान का झाड़ कम होगा, वहीं रबी की फसलों की बिजाई भी पिछड़ जाएगी।

विधायक कुलतार सिंह संधवां ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पंजाब को डीएपी खाद की आवश्यक सप्लाई दी जाए, ताकि पंजाब के किसान रबी की फसलों की बिजाई समय पर कर सकें।