ओ.पी. सोनी ने मैडीकल काॅलेज फरीदकोट द्वारा कोविड-19 से पीड़ित मरीज का प्लाज्मा थैरेपी के द्वारा सफलतापूर्वक इलाज करने कि की भरभूर प्रशंसा

मिशन फतहः 
चंडीगढ़, 26 जूनः
कोविड-19 की रोकथाम की दिशा में गुरू गोबिन्द सिंह मैडीकल काॅलेज और हस्पताल, फरीदकोट द्वारा प्लाज्मा थैरेपी के द्वारा एक मरीज को ठीक करके घर भेजने पर पंजाब के मैडीकल शिक्षा और खोज मंत्री श्री ओ.पी. सोनी ने बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आॅफ हैल्थ साईंसिज के वाईस चांसलर डाॅक्टर राज बहादुर, प्रिंसिपल डाॅ. दीपक जाॅन भट्टी और टीम में शामिल डाॅ. रवीन्द्र गर्ग (मैडिसन विभाग), डाॅ. नीतू कुकर (ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग), डाॅ. नीरजा जिन्दल (माईक्रोबायोलाॅजी विभाग) और डाॅ. दिव्या कविता (क्रिटीकल केयर विभाग) द्वारा इस कार्य में निभाई गई भूमिका की भरभूर प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि गुरू गोबिन्द सिंह मैडीकल काॅलेज और हस्पताल फरीदकोट में डाॅक्टरों की टीम द्वारा कोविड-19 के गंभीर रूप से बीमार मरीज को यह थैरेपी 12 जून को दी गई थी।
मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार की यह संस्था आई.सी.एम.आर. (इंडियन कौंसिल आॅफ मैडीकल रिर्सच) अधीन नेशनल क्लिनीकल ट्रायल के हिस्से के तौर पर इस थैरेपी की शुरुआत करने वाली देश की एक अगुआ इंस्टीच्यू के तौर पर चुनी गई थी।
इस थैरेपी को कोविड-19 महामारी से पीड़ित लोगों केे इलाज में मील का पत्थर बताते हुए श्री सोनी ने बताया कि पंजाब में कोविड-19 के एक मरीज को दी गई यह पहली प्लाज्मा थैरेपी थी। उन्होंने बताया कि इस मंतव्य के लिए कुछ दिन पहले जी.जी.एस. मैडीकल काॅलेज फरीदकोट में कोविड से स्वस्थ हुए मरीज का प्लाज्मा लेकर स्टोर किया गया था। श्री सोनी ने कोविड-19 से स्वस्थ हुए अधिक से अधिक लोगों को इस नेक कार्य के लिए आगे आने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि जी.जी.एस. मैडीकल काॅलेज फरीदकोट की इस प्राप्ति से पंजाब सरकार कोविड-19 और मिशन फतह के अंतर्गत जीत हासिल करने में सहायक सिद्ध होगी।
जी.जी.एस. मैडीकल काॅलेज और हस्पताल की प्राप्ति की प्रशंसा करते हुए प्रिंसिपल सचिव, मैडीकल शिक्षा और खोज श्री डी. के. तिवारी ने बताया कि जी.एम.सी. अमृतसर में भी दो कोरोना से पीड़ित मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी दी गई है, जोकि बहुत तेजी से ठीक हो रहे हैं।
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