चिकित्सक शिक्षा एवं अनुसंधान पंजाब के मंत्री श्री ओ.पी. सोनी द्वारा मैडीकल कॉलेज की कार्यप्रणाली का किया मुल्यांकन

सोनी ने कोविड-19 से सबक लेते हुए भविष्यीय तैयारियाँ करने के दिए आदेश
चंडीगढ़, 17 अप्रैल:
पंजाब के चिकित्सक शिक्षा एवं अनुसंधान संबंधी मंत्री श्री ओ.पी. सोनी द्वारा कोविड-19 के मद्देनजऱ राज्य के लोगों को मैडीकल कॉलेज और अस्पतालों द्वारा दी जा रही सेवाओं और उनकी कार्यप्रणाली का मुल्यांकन किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा की गई इस मीटिंग में चिकित्सक शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख सचिव श्री डी.के. तिवाड़ी, डायरैक्टर डॉक्टर अवनीश कुमार, संयुक्त डायरैक्टर डॉक्टर अकाशदीप अग्रवाल और बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर राज बहादुर के अलावा पंजाब राज्य के समूह सरकारी मैडीकल कॉलेजों के प्रिंसिपल और मैडीकल सुपरीटेंडैंट उपस्थित थे।
मीटिंग के दौरान श्री सोनी ने मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों द्वारा कोविड-19 से पीडि़त मरीज़ों और संदिग्ध मरीज़ों को दी जा रही सेवाओं का मुल्यांकन किया और इस पर संतुष्टी प्रकट करते हुए कहा कि मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों द्वारा बहुत सराहनीय कार्य किया जा रहा है।
मीटिंग के दौरान श्री सोनी को मीटिंग में उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि चिकित्सक शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग मौजूदा समय में कोविड मामलों से संबंधित सभी संकटकालीन काम कर रहा है और इस स्थिति को देखते हुए भविष्य में आने वाली ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए विभाग को अब से ही तैयारियाँ करने की दिशा में काम करने के लिए मैडीकल कॉलेजों को और ज़्यादा वित्तीय संसाधनों की ज़रूरत है, जिसमें वेंटिलेटर की मौजृदा सामथ्र्य को दोगुना किया जा सके, इससे सम्बन्धित अन्य कार्यों के लिए योजनाएँ और प्रबंध करना और अन्य ज़रुरी तकनीकी विशेषज्ञ और साजो-सामान  का प्रबंध किया जा सके। जिस पर श्री सोनी ने कहा कि वह इस कार्य के लिए वित्त विभाग से बजट में और वृद्धि करने के लिए बात करेंगे।
श्री सोनी ने इस सम्बन्धी विभाग के अधिकारियों को हिदायत की कि वह मैडीकल कॉलेजों में ज़रुरी मुलाजि़मों और साजो-सामान सम्बन्धी अपनी माँग जल्द भेजें जिससे उसे आगे वित्त विभाग को भेजा जा सके।
श्री सोनी ने इस मौके पर क्वारंटाइन में रखे गए मरीज़ों के लिए पौष्टिक भोजन का उचित प्रबंध करने और साफ़-सफ़ाई का विशेष ध्यान रखने का आदेश देते हुए कहा कि काउनसलरों को मरीज़ों और उनके रिश्तेदारों का मनोबल बढ़ाने के लिए वॉर्ड में उपस्थित रहना चाहिए और मरीज़ों को उनको दिए जा रहे इलाज संबंधी सूचित करना चाहिए और वॉर्ड में अपनी ड्यूटी के समय के दौरान वॉर्ड में पूरा समय उपस्थित रहना यकीनी बनाएं। इसके अलावा काउंसलर को मरीज़ की स्थिति संबंधी जानकारी देने के लिए मरीज़ के कम-से- कम एक रिश्तेदार से बात भी करनी चाहिए।
श्री सोनी ने यह भी हिदायत की कि आइसोलेशन वॉर्ड की सुविधाओं संबंधी एक चैक लिस्ट सूची सभी को भेजी जाए और इसके बाद सभी अस्पतालों को इसकी पालना करनी यकीनी बनाएं।
उन्होंने कोविड-19 से पीडि़त मरीज़ों के इलाज के लिए ज़रुरी वेंटिलेटर, ट्यूबों, सर्कट, स्कोप, मॉनिटर, पंप, विश्लेषणकार, मीटर, अवशेष प्रबंधन, कपड़े धोने, फ्रिज, गीजऱ, ऑटोक्लेव, एसी, पोरटेबल एक्सरे, एंबुलेंस आदि को हर समय तैयार रखने का हुक्म देते हुए कहा कि यदि इन वस्तुओं या साजो-सामान की ज़रूरत हो तो ज़रूरतों संबंधी अपने प्रस्ताव भी तुरंत भेजने के लिए कहा।
उन्होंने समूह अधिकारियों से अपील की कि वह इस संकट की घड़ी में मैडीकल कॉलेज और अस्पताल के मौजूदा संसाधनों की अधिक से अधिक प्रयोग करके लोगों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं दें।
श्री सोनी ने इस स्वास्थ्य संकट में जीत हासिल करने के लिए इस काम में शामिल सभी डॉक्टरों और अमले की सराहना की।
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