चंडीगढ़, 4 जून:
पंजाब में कोरोना वायरस टैस्ट के लिए अब तक 1 लाख से अधिक नमूने लिए गए हैं और हर जि़ले में नमूने एकत्रित करने के सामथ्र्य को और बढ़ाने के लिए नमूने लेने के सामथ्र्य में विस्तार करने की ज़रूरत है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए मैडीकल अधिकारियों के अलावा कम्युनिटी हैल्थ अफसरों, स्टाफ नर्सों और फार्मासिस्टों को नमूने एकत्रित करने और पैक करने (अगर नासोफरेजियल / ओरोफैरनजिअल आरटी -पीसीआर कोविड -19 हो) सम्बन्धी प्रशिक्षण देने का फ़ैसला किया गया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि राज्य में अब तक 1 लाख से अधिक कोविड -19 मरीज़ों की जांच की जा चुकी हैे। 5मार्च, 2020(जब पहला कोरोना केस सामने आया था) से लेकर अब तक राज्य कोरोना वायरस को रोकने के लिए अथक यत्न कर रहा है।
मंत्री ने कहा कि राज्य ने 3जून, 2020 तक राज्य में प्रति मिलियन टैस्टों की संख्या 3259 प्रतिदिन कर दी है। यह राष्ट्रीय औसत 3046 टैस्ट प्रति मिलियन प्रतिदिन की अपेक्षा बेहतर है। पंजाब ने 25 अप्रैल तक 10,000 नमूनों का टैस्ट किया था और 4जून, 2020 को तेज़ी से एक लाख टैस्ट किये गए हैं। यह दर्शाता है कि राज्य अपने परीक्षा सामथ्र्य बढ़ाने में जो तबदीलियाँ कर रहा है वह संतोषजनक हैं। इस समय राज्य में बहुत सारे टेस्टिंग सामथ्र्य है और अब लगभग 4500 टैस्ट प्रतिदिन किये जा रहे हैं। राज्य सरकार राज्य में लेबों के टेस्टिंग सामथ्र्य बढ़ाने के लिए ठोस यत्न कर रहा है। राज्य के द्वारा सरकारी मैडीकल कॉलेज लेबों के लिए तीन नयी आरटी -पीसीआर मशीनें खरीदी गई हैं।
श्री सिद्धू ने आगे कहा कि टेस्टिंग को ऊँचा उठाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सहृदय उपराले कर रहा है और स्वास्थ्य टीमें टेस्टिंग रणनीति के अनुसार नामज़द श्रेणियों में नमूने बढ़ाने के लिए अथक यत्न कर रही हैं। समय के साथ विभाग ने फ्लू कार्नर की संख्या बढ़ा कर तकरीबन 220 कर दी है जहाँ नमूना इक_ा किये जा रहे हंै। नमूने लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए पूरे राज्य में 124 स्थानों पर सैंपल कुलैकश क्युसकस स्थापित किये गए हैं। नमूनें एकत्रित करने के लिए टीमों की संख्या में विस्तार किया गया है और जिलों में उद्देश्य के लिए मैडीकल अफसरों / लैब टैकनीशियन / एमओ (डैंटल) का उचित प्रशिक्षण दिया गया है। सभी ज़रुरी सुरक्षात्मक गियर जैसे कि पीपीइ किट्टस / एन-95 मास्क उनकी पूरी सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए सभी स्वास्थ्य संभाल कार्य को प्रदान किये गए हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने पंजाब के 5 जिलों जालंधर, लुधियाना, पठानकोट, बरनाला और मानसा में तुरंत टेस्टिंग शुरू की गई है। विभाग ने फरीदकोट और पटियाला में सी.बी.नैट टेस्टिंग शुरू की है। निगरानी के उद्देश्य से राज्य में लगभग 995 रैपिड रिस्पांस टीमें गठित की गई हैं जिससे इनफ्लूएंजा से पीडि़त लोगों की सक्रियता के साथ निगरानी की जा सके और बीमारी या गंभीर तेज़ी से साँस आने की बीमारी आदि की घर -घर जाकर निगरानी की जा सके। राज्य ने 4 अधिक दबाव वाले जिलों जालंधर, गुरदासपुर, लुधियाना और पटियाला में सीरो निगरानी के लिए ऐलिसा आधारित ऐंटीबाडी टैस्ट करवाए हैं।
मंत्री ने कहा कि निगरानी को और आगे बढ़ाने के लिए विभाग 30 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों और सह-रोग या लक्षण वाले 30 साल से कम उम्र के व्यक्तियों के लिए भी मोबाइल आधारित एप्लीकेशन पर पूरे राज्य में एक हाऊस टू हाऊस निगरानी की शुरुआत कर रहा है। राज्य ने आगे नवीन टेस्टिंग तकनीकों का प्रयोग किया है जैसे कि मोबाइल सैंपल कुलैकटिंग क्युसक क्योसक का प्रयोग, पुल टेस्टिंग आदि।

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