यूथ अकाली दल द्वारा विधानसभा के बाहर जोरदार रोष प्रदर्शन

YAD protest

69 करोड़ रूपये के घोटाले के लिए साधु सिंह धर्मसोत पर केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार किया जाए: यूथ अकाली दल

तीन सालों में केंद्र से आए 811 करोड़ रूपये अनुसूचित जाति के छात्रों को नही दिए गए: रोमाणा

एस.सी स्कॉलरशिप घोटाले की सीबीआई जांच करवाई जाए

चंडीगढ़/28अगस्त: यूथ अकाली दल ने आज अध्यक्ष सरदार परमबंस सिंह रोमाणा के नेतृत्व में यहां पंजाब विधानसभा के बाहर जोरदार रोष प्रदर्शन करते हुए मांग की है कि अनुसूचित जाति स्कॉलरशिप के 69 करोड़ रूपये का घोटाला करने के लिए कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत पर केस दर्ज करके तत्काल गिरफ्तार किया जाए।

यहां रोष प्रदर्शन के अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए सरदार रोमाणा ने कहा कि जिस मंत्री पर अनुसूचित जाति तथा पिछड़े वर्ग की भलाई की जिम्मेदारी है, वह उसी वर्ग को नुकसान पहुंचाने लगा है। उन्होने कहा कि हैरानी वाली बात है कि पिछले तीन सालों के दौरान एस.सी स्कॉलरशिप के लिए केंद्र सरकार से 811 करोड़ रूपये आए हैं पर सरकार ने यह छात्रों के लाभ के लिए कॉलेजों को वितरित नही किए जिसके कारण 1लाख से ज्यादा एस सी छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो गए हैं।

सरदार रोमाणा ने कहा कि मौजूदा मामले में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने की जांच में मंत्री को स्वयं इस गबन का जिम्मेदार करार दिया है। उन्होने कहा कि यह बेहद हैरानी वाली बात है कि धर्मसोत को केंद्र सरकार से एस सी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप के लिए मिले 39 करोड़ रूपये अयोग्य प्राईवेट संस्थानों को देने का दोषी पाया गया है। उन्होने कहा कि रिपोर्ट जो विभाग के प्रमुख सचिव कृपा शंकर सरोज ने तैयार की है, में बताया गया है कि केंद्र सरकार से एस सी छात्रों के लिए 24.91 करोड़ रूपये प्राप्त हुए थे जो एक गैरकानूनी ऑडिट करने के बाद प्राईवेट संस्थानों को दे दिए गए।

सरदार रोमाणा ने कहा कि यह मंत्री अनुसूचित जाति के छात्रों के के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है तथा यूथ अकाली दल कभी भी नौजवान वर्ग का नुकसान नही होने देगा। उन्होने कहा कि हैरानी है कि इस पैसे के गबन के लिए मंत्री ने अपने आप ही फाइलों पर हस्ताक्षर किए तथा फाइल से प्रमुख सचिव द्वारा लगाए एतराज भी हटा दिए। उन्होने कहा कि मंत्री के चहेते डिप्टी डॉयरेक्टर परमिंदर सिंह गिल को चाहे पिछले साल एस सी स्कॉलरशिप में नियम न मानने के लिए दोषी पाए जाने के बाद संस्पैंड किया गया था पर मंत्री के इशारे पर उसे तत्काल दोबारा बहाल कर दिया गया।

उन्होने कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा की जांच से यह बात सामने आई है कि मंत्री द्वारा अपनी मर्जी की संस्थाओं को चुनने का तरीका इस्तेमाल किया गया तथा फंडों के वितरण की मंजूरी की सिर्फ मंत्री तथा डिप्टी डॉयरेक्टर ही देते रहे। उन्होने कहा कि धर्मसोत ने बहुत बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया है तथा उसे तत्काल बर्खास्त करके उसपर फौजदारी केस दर्ज किया जाना चाहिए।

यूथ अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि हैरानी वाली बात है कि प्राईवेट संस्थाओं की विभागी ऑडिट के बाद एक संस्था से 8 करोड़ रूपये दोबारा वसूले गए हैं। उन्होने कहा कि पर धर्मसोत के इशारे पर एक गैरकानूनी ऑडिट किया गया तथा इसी शिक्षण संस्थान को 16.91 करोड़ रूपये दे दिए गए। उन्होने कहा कि इससे राज्य के खजाने को कूल 24.91 करोड़ रूपये का घाटा पड़ा।

यूथ अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने धर्मसोत के खिलाफ कार्रवाई न की तो फिर यूथ अकाली दल मुख्यमंत्री का घेराव करेगा।