पी.एस.पी.सी.एल. की ओर से धान की बिजाई के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति देने के लिए सभी प्रबंध मुकम्मल

पी.एस.पी.सी.एल. ने पहले दिन 12,008 मेगावाट की माँग पूरी की, ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ.
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार धान के सीजन के दौरान किसानों को नियमित और निर्बाध बिजली आपूर्ति देने के लिए प्रतिबद्ध: हरभजन सिंह ई.टी.ओ.

 चंडीगढ़, 14 जून :-  
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की धान के सीजन के दौरान किसानों को नियमित और निर्बाध बिजली आपूर्ति देने की प्रतिबद्धता के चलते पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ( पी.एस.पी.सी.एल.) हर रोज़ आठ घंटे बिजली आपूर्ति देने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिससे राज्य में धान की निर्बाध बिजाई को सुनिश्चित बनाया जा सके।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने बताया कि आज धान की बिजाई का सीजन शुरू होने के साथ ही पी.एस.पी.सी.एल द्वारा होशियारपुर, कपूरथला, जालंधर, एस.बी.एस. नगर, गुरदासपुर, पठानकोट, अमृतसर, तरन तारन, रूपनगर, एस.ए.एस. नगर जिलों में रोज़ाना के आठ घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले ही दिन पीएसपीसीएल ने 12,008 मेगावाट की अधिक से अधिक माँग को पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि 10 जून, 2022 से कँटीली तार के पार सरहदी क्षेत्र में पहले ही आठ घंटे रोज़ाना की नियमित बिजली आपूर्ति दी जा रही है।
मंत्री ने बताया कि पिछले साल 10,669 मेगावाट के मुकाबले 13.06.2022 को 11,485 मेगावाट की अधिक से अधिक माँग पूरी की गई। 13 जून को कुल 2413 लाख यूनिटों की आपूर्ति की गई थी, जोकि 13.06.2021 को स्पलाई की गई 2042 लाख यूनिटों की अपेक्षा 18 फीसदी अधिक है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल तापमान में भारी वृद्धि होने के कारण बिजली की माँग काफ़ी बढ़ी है। उन्होंने आगे कहा कि पीएसपीसीएल ने अप्रैल और मई 2021 की अपेक्षा क्रमवार अप्रैल और मई 2022 के दौरान 33 फीसदी और 36 फीसदी अधिक बिजली की आपूर्ति की है।
उन्होंने कहा कि जून 2022 में बिजली की यह असाधारण माँग निरंतर जारी है और जून 2021 के मुकाबले इस साल 22 फीसदी अधिक बिजली आपूर्ति की गई है और उपभोक्ताओं की किसी भी श्रेणी पर कोई बिजली कट नहीं लगाया जा रहा है और कृषि पम्पसैट्स को निर्धारित समय के अनुसार आपूर्ति दी जा रही है।
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने मुख्यमंत्री पंजाब के निर्देशों के अनुसार ए.पी. उपभोक्ताओं के लिए 4750/- रुपए प्रति बीएचपी की मौजूदा दरों के मुकाबले 2500/- रुपए प्रति बी.एच.पी. के घटे हुए सेवा कनेक्शन चार्ज के हिसाब से वी.डी.एस. की प्रगति भी साझी की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा का किसानों की तरफ से भरपूर समर्थन मिला है और 4417 उपभोक्ताओं ने 16,961 बीएचपी का लोड बढ़ाने के लिए अनुरोध दिए हैं।
गौरतलब है कि पी.एस.पी.सी.एल. ने इस लोड को बढ़ाने के लिए ट्रांसफ़ार्मरों और लाईनों आदि को बदलने का काम किया है, जिससे धान के सीजन के दौरान अपेक्षित आपूर्ति दी जा सके।
मंत्री ने आगे बताया कि तलवंडी और लेहरा मोहब्बत में एक-एक यूनिट को छोडक़र सभी थर्मल यूनिट चल रहे हैं। तलवंडी में तीसरा यूनिट कल से ही बिजली पैदा करना शुरू कर देगा।
बताने योग्य है कि पीएसपीसीएल को धान के सीजन के दौरान राज्य में आवश्यक कोयले और बिजली की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

 

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