कुदरत उत्सव एवं संवाद
2-3 अप्रैल पंजाब म्यूसिंपल भवन सेक्टर-35 में
चंडीगढ़, 1 अप्रैल ( ): पंजाब के लिए एक अधिक टिकाऊ कृषि मॉडल की दिशा में नीतिगत बदलाव की आवश्यकता को स्वीकार करते हुए, खेती विरासत मिशन दो दिवसीय संवाद का आयोजन कर रहा है, जिसका शीर्षक ‘कुदरत उत्सव एवं संवाद’ है, जो सुरक्षित भोजन और पानी, मिट्टी और मानव स्वास्थ्य, जैव विविधता और जैविक खेती से संबंधित मुद्दों को संबोधित करेगा, यह कहना है इसके कार्यकारी निदेशक उमेंद्र दत्त का।
विशेषज्ञों के पैनल में देविंदर शर्मा (खाद्य नीति विशेषज्ञ), पवन गुप्ता (लेखक एवं शिक्षक), डॉ अमर सिंह आजाद (एमबीबीएस, एमडी) और डॉ. खादर वली (मिल्ट विशेषज्ञ) शामिल हैं।
कार्यक्रम का उदघाटन 2 अप्रैल को सुबह 10 बजे पंजाब विधानसभा के माननीय अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां द्वारा पंजाब म्यूसिंपल भवन, सेक्टर 35 ए, चंडीगढ़ में किया जाएगा।
के.वी.एम को उम्मीद है कि इस संवाद का नतीजा एक हरे-भरे पंजाब के लिए एक कार्ययोजना होगी, जहां खाना सुरक्षित है, पानी शुद्ध है और हवा साफ होगी।
एक तरफ हम पंजाब में मिल्टस खासकर बाजरा के पुनरुद्धार के लिए सफल प्रयास कर रहे हैं, वहीं इसको और तेजी देने के लिए पूरे भारत से ऐसे माहिरशेफ मिल्टस के स्वादिष्ट पकवान बनाने की विधि विशेष कुकरी सत्रों में सिखाएंगे।
कार्यक्रम में जैविक खेती करने वाले किसानों के लिए विशेष स्टाल लगवाए गए हैं, जहां पर वह ना सिर्फ अपनी उपज दिखा पाएंगे बल्कि बेचेंगे। मिल्टस खाने से कैसे रोगों को ठीक किया जा सकता है, इसके ऊपर भारत के मिल्ट विशेषज्ञ डाक्टर खादर वली विशेष सत्र लेंगे।
खेती विरासत मिशन ( केवीएम ) के बारे में:
खेती विरासत मिशन (केवीएम) पंजाब मे ंजैविक खेती आंदोलन में सबसे आगे रहा है। पिछले 16 वर्षों से, केवीएम ने सुरक्षित भोजन, समग्र स्वास्थ्य और बाजरा के पुनरुद्धार के क्षेत्र में विविध परियोजनाओं की कल्पना की है और उन्हें क्रियान्वित किया है। मार्च 2022 में पंजाब में आगामी चुनावों की पूर्व संध्या पर, केवीएम ने वेबिनार की एक श्रृंखला का आयोजन किया था और राज्य के लिए ‘ग्रीन एजेंडा’ के साथ आया था जहां पंजाब के लिए एक व्यापक रोडमैप दिया गया था। यह घटना है उस श्रृंखला की परिणति जहां विशेषज्ञ एक साथ आएंगे और सार्वजनिक रूप से हरित एजेंडे पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

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