राज्य सरकार ने पशूओं के कृत्रिम गर्भदान की फीस चार गुना घटाई, डेयरी फार्मिंग को प्रफुल्लित करने हेतु उठाया कदम – तृप्त बाजवा

चंडीगढ़, 20 जनवरी – 
पंजाब सरकार द्वारा राज्य के पशु पालकों की आय बढ़ाने, पशूओं की नसल सुधारने और दूध की पैदावार बढ़ाने हेतु ऐतिहासिक कदम उठाते हुए कृत्रिम गर्भदान की फीस में चार गुना कटौती की गई है। यह जानकारी राज्य के पशु पालन, मछली पालन एवं डेयरी विकास मंत्री स. तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने दी। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धी नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है।
स. बाजवा ने बताया कि पशु पालन विभाग द्वारा भैंसों, गायों की नसल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भदान के लिए आयात किये गए सैक्स्ड सीमन की कीमत 1000 रुपए से घटाकर 300 रुपए कर दी गई है।
इसके साथ ही इम्पोर्टिड एच.एफ/जर्सी सीमन की फीस 200 रुपए से घटाकर 50 रुपए, ई.टी.टी बुल के सीमन और ई.टी.टी के द्वारा जन्मे इम्पोर्टेड एंब्रीयोस वाले बुल के सीमन की कीमत 150 रुपए से घटाकर 35 रुपए और कन्वैंशनल सीमन (नॉन ई.टी.टी /नॉन इम्पोर्टेड /यूनीसैक्स्ड) की कीमत 75 रुपए से घटाकर 25 रुपए की गई है।
इस सम्बन्धी अधिक जानकारी देते हुए स. बाजवा ने बताया कि यह नये रेट राज्यभर में लागू हो गए हैं जिससे राज्य के पशु पालकों को हर साल करीब 10 करोड़ रुपए से अधिक की राहत मिलेगी।
मंत्री ने बताया कि पशूओं की नसल सुधार और दूध की पैदावार बढ़ाने हेतु पंजाब के पशु पालन विभाग द्वारा भारत सरकार की मुहिम ‘नेशनल ए.आई. प्रोग्राम’ के अंतर्गत हर जिले के 300 गाँवों के 20,000 पशूओं में मुफ़्त कृत्रिम गर्भदान की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजैक्ट पर करीब 7 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।