पंजाब सरकार द्वारा नशा छुड़ाने वाली दवाएँ देने के लिए हर छह महीने बाद यूरीन टैस्ट शुरू किया जायेगा – कैप्टन अमरिन्दर सिंह

चंडीगढ़, 1 अगस्तः
पंजाब सरकार नशा छुड़ाने वाली दवाओं का दुरुपयोग रोकने के लिए हर छह महीने बाद नशामुक्ति केन्द्रों में यूरीन (पेशाब) टैस्ट जल्द शुरू करने जा रही है। यह बात मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार  अपने फेसबुक लाइव सैशन ‘कैप्टन से सवाल’ के दौरान एक सवाल के जवाब में कही।
लुधियाना के एक नौजवान द्वारा मुख्यमंत्री से अपील की गई कि वह ओट क्लिनिकों के लिए यह निर्देश दें कि पुरानी परंपरा के अनुसार एक समय में 10 दिनों के लिए दवा दी जाये, नहीं तो रोज की दवा लेने के लिए रोजाना लंबे समय तक लाईनों में खड़ा होकर समय बर्बाद होता है। नौजवान ने कहा कि रोजाना के लम्बे इन्तजार में समय खराब होने के कारण वह हर दिन अपने काम से लेट हो जाता है।
इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जल्द ही हर छह महीने बाद यूरीन टैस्ट शुरू करने जा रही है ताकि यह यकीनी बनाया जा सके कि दवा में कोई तबदीली करने की जरूरत तो नहीं। उन्होंने कहा कि हालाँकि सरकार द्वारा 7 दिनों के लिए नशा छुड़ाने वाली दवाएँ घर लेजाने की आज्ञा दी गई है परन्तु ज्यादा मात्रा में दवाएँ नहीं दी जा सकतीं क्योंकि इससे इसके दुरुपयोग की संभावना हो सकती है।
कोविड की बन्दिशों के कारण पिछले तीन महीने से ओट क्लीनिकों में रोजाना आने वाले मरीजों की संख्या और दवाओं के वितरण में भारी वृद्धि हुई है जिस कारण नशा ग्रसित लोगों के लिए दवाओं की उपलब्धता प्रभावित हुई है। जुलाई 2018 से जून 2020 तक इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में तीन गुणा वृद्धि हुई है। जुलाई 2019 में मरीजों की संख्या 1,03,553 थी जोकि जून 2020 में सिर्फ एक साल के अंदर बढ़कर 3,26,301 हो गई।