पंजाब पुलिस ने 14.5 लाख रुपए की लुधियाना डकैती के मास्टरमाईंड सहित चार साथियों को किया गिरफ्तार

PUNJAB POLICE CRACK RS 14.5 LAKH LUDHIANA DACOITY WITH ARREST OF MASTERMIND & 4 ACCOMPLICES INCLUDING A WOMAN

खरड़ कत्ल केस का दोषी यमुनानगर से किया काबू

चंडीगढ़, 4 सितम्बरः

पंजाब पुलिस ने एक संयुक्त कार्यवाही करते हुए मंडी गोबिन्दगढ़ से फरार अपराधी और मास्टरमाइंड नीरज शर्मा उर्फ आशु समेत उसके चार साथियों जिनमें एक औरत भी है, को गिरफ्तार करके लुधियाना के जुआ घर में 14.5 लाख रुपए की डकैती का हल किया है।

डी.जी.पी. पंजाब श्री दिनकर गुप्ता ने बताया कि नीरज शर्मा के खिलाफ पिछले 10 सालों के दौरान डकैती, लूट, कत्ल की कोशिश के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह जून 2020 में शिंगार सिनेमा, लुधियाना के नजदीक एक कत्ल की कोशिश करने के केस में फरार था।

डीजीपी श्री दिनकर गुप्ता ने खुलासा किया कि यह गिरोह मंडी गोबिन्दगढ़ और होशियारपुर में इसी तरह की डकैतियों /लूट को अंजाम देना चाहता था और इनकी गिरफ्तारी से ऐसी घटनाओं पर काबू पा लिया है। श्री गुप्ता ने बताया कि यह गिरोह होशियारपुर में एक सुनार से 4 किलो सोना लूटने की योजना बना रहा था।

उन्होंने बताया कि इनके पास से एक आई20 कार सहित एक .32 बोर का पिस्तौल और 15 जींदा कारतूस बरामद भी किये गए हैं।

यह मुहिम एसएसपी फतेहगढ़ साहिब अमनीत कौंडल के नेतृत्व में एसपी काउन्टर इंटेलिजेंस लुधियाना रुपिन्दर कौर भट्टी की टीम के तालमेल के साथ सफल हुई।

नीरज शर्मा उर्फ आशु उर्फ सहजपाल निवासी लुधियाना के अलावा गिरफ्तार किये गए दूसरांे की पहचान मनदीप उर्फ मन्ना निवासी जालंधर, दीपक उर्फ मन्ना निवासी लुधियाना, गुरविन्दर सिंह उर्फ गिंदी निवासी जालंधर और नवदीप कौर उर्फ पूजा निवासी जालंधर के तौर पर की गई है। इन दोषियों के खिलाफ आइपीसी की धारा 399, 402 और 25 हथियार कानून के अंतर्गत थाना मंडी गोबिन्दगढ़ में मामला दर्ज किया गया है।

मनदीप सिंह उर्फ मन्ना निवासी जालंधर, जोकि एक भगौड़ा अपराधी है, को पहले ओ.सी.सी.यू. पटियाला द्वारा अक्तूबर 2017 में गिरफ्तार किया गया था और उसके विरुद्ध इरादतन कत्ल और कार छीनने समेत 13 आपराधिक केस दर्ज हैं। वह 2019 में जमानत पर रिहा हो गया था और वह जनवरी 2020 से फरार हो गया था। मार्च 2020 में वह माहिलपुर, जिला होशियारपुर में एक मुठभेड़ वाली जगह से भाग गया था और उसके साथी वरिन्दर शूटर को पंजाब पुलिस ने न्यूट्रीलाईज कर दिया था। उसने 2017 में सुल्तानपुर लोधी से एक इनोवा और फरवरी 2020 में होशियारपुर से एक क्रेटा कार छीन ली थी।

एक अन्य दोषी दीपक उर्फ मन्ना निवासी लुधियाना, जो कपड़े की दुकान चलाता है, ने अपनी सम्मिलन कबूल कर ली है जिसने कुल 14.5 लाख में से 1 लाख रुपए का हिस्सा लिया था। उसने पुनीत उर्फ मनी बैंस को दो 0.32 बोर पिस्तौल देने का भी खुलासा किया है। उसकी कार अलग-अलग जुर्मों में इस्तेमाल की जा रही थी और उसके पास से यह कार भी बरामद की गई है।

इस केस में सम्बन्धित दो अन्य व्यक्ति गुरिन्दर सिंह उर्फ गिंदा निवासी लसूढ़ी थाना शाहकोट जिला जालंधर और नवदीप कौर उर्फ पूजा जिला जालंधर को एक एनडीपीएस केस में दोषी करार दिया हुआ है। श्री मुक्तसर साहिब जिले में एक एनडीपीएस केस में गिंदा को 10 साल की सख्त कैद की सजा सुनाई हुई है। वह तारीख 02.09.20 वाले दिन छीनी गई एक आई-20 कार में 1 किलो अफीम लेकर जा रहा था और बनूड़ नाके पर रोका गया जहाँ से वह अपनी कार छोड़कर मौके से फरार होने में सफल हो गया था।

एक अलग केस में पंजाब पुलिस ने अपराधी भुवनेश चोपड़ा उर्फ आशीष चोपड़ा निवासी फिरोजपुर को यमुनानगर, हरियाणा से गिरफ्तार किया है और उसके पास से एक .32 बोर पिस्तौल समेत 12 कारतूस बरामद किये गए हैं। उसके विरुद्ध 07.08.2020 को थाना एस.एस.ओ.सी, फाजिल्का में हथियार और एनडीपीएस ऐक्ट के अंतर्गत आपराधिक मामला दर्ज किया गया था।

भुवनेश चोपड़ा एस.ए.एस.नगर पुलिस को फिरोजपुर के निवासी इन्द्रजीत सिंह सिद्धू उर्फ धिन्दा के कत्ल केस में भी वांछित था। यह कत्ल 7 सितम्बर, 2019 को खरड़ में हुआ था। भुवनेश और हैपी ने इन्द्रजीत सिंह पर अंधाधुन्ध फायरिंग की थी जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी होने के कारण चल बसा था।