सुखबीर बादल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए आप ने दागे 14 सवाल

पंजाब के लोग सुखबीर के झूठ को अच्छी तरह समझते हैं : अमन अरोड़ा
कहा – किस मुंह से चार्जशीट का ड्रामा कर रहे हैं दस नंबरी
चंडीगढ़,19अगस्त 2021
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सुखबीर सिंह बादल द्वारा शुरू किए गए ‘गल पंजाब दी’ कार्यक्रम को ‘गप पंजाब दी’ करार दिया और कहा कि पंजाब के लोग सुखबीर सिंह बादल के झूठ को अच्छी तरह से समझते हैं। लोग 2022 के चुनाव के दौरान इस माफिया सरगना के झूठ का शिकार नहीं होंगे, बल्कि सुखबीर सिंह बादल एंड कंपनी से उनके 10 साल के माफिया शासन का हिसाब मांगेंगे।
गुरुवार को यहां पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक अमन अरोड़ा ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल द्वारा पेश किए 13 सूत्रीय कार्यक्रम को झूठ का पुलिंदा करार दिया और कहा कि सुखबीर बादल को पहले जनता के इन 14 सवालों का जवाब देना चाहिए। ये सवाल आम आदमी पार्टी के नहीं बल्कि पंजाब और पंजाबियों के अस्तित्व और भविष्य के बारे में हैं
कृषि: कृषि विरोधी कानूनों और किसानों के मुद्दे पर सुखबीर बादल बताएं कि बतौर कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने काले कानूनों संबंधी अध्यादेश पर हस्ताक्षर क्यों किए? क्या वह बताएंगे कि आपकी सरकार में कितने किसानों और मजदूरों ने आत्महत्या की और आपकी (शिअद-भाजपा) सरकार ने किसी भी पीड़ित परिवार का हाथ क्यों नहीं पकड़ा?
महंगी बिजली: क्या बादल बताएंगे कि सरकारी थर्मल प्लांटों की बलि देकर घातक सौदों के जरिए पंजाब में लाई गई निजी बिजली कंपनियों से कितनी दलाली ली? जिस कारण राज्य पर 80 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ा है और लोगों को महंगी बिजली खरीदने के बावजूद गर्मियों में बिजली की कमी से जूझना पड़ रहा है
बेरोजगारी: क्या बादल बताएंगे कि उन्होंने बेरोजगारी खत्म करने के लिए क्या किया? 10 वर्षों के शासन के दौरान, 19 हजार औद्योगिक इकाइयों को बंद कर दिया गया या अन्य राज्यों में स्थानांतरित कर दिया गया। फूड प्रोसेसिंग मंत्री होने के बावजूद हरसिमरत कौर बादल पंजाब में कोई उद्योग नहीं लाई। सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्र में रोजगार (नौकरियों) को बढ़ावा क्यों नहीं दिया?
माफिया: पंजाब में रेत, शराब, ट्रांसपोर्ट, केबल, जमीन और अन्य माफिया के सरगना सुखबीर सिंह बादल जब ‘माफिया’ को खत्म करने की बात करते हैं तो लोग उन पर हंसते हैं और मज़ाक उड़ाते हैं। क्या बादल को लगता है कि लोग मूर्ख हैं?
बेअदबी: क्या बादल बताएंगे कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी किसकी सरकार में हुआ? बहबल कलां में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही संगत पर गोली चलाने का आदेश किसने दिया था? पंथ के नाम पर राजनीतिक रोटी सेक कर पंथिक मूल्यों और संस्थाओं के पतन के लिए कौन सा परिवार जिम्मेदार है?
माता खीवी योजना: इस योजना के तहत महिलाओं को 2000 रुपये प्रतिमाह भत्ता देने की बात करने वाले बादल बताएंगे कि पैसा कहां से आएगा? वह यह भी बताएं कि उनके शासन में 500 रुपये प्रति माह की पेंशन किसी को भी समय पर क्यों नहीं दी गई।
वित्तीय संकट: क्या बादल बताएंगे कि उनके 15 वर्षों के शासन के दौरान पंजाब और पंजाबियों पर कुल कितना कर्ज चढ़ा? 51 हजार करोड़ रुपये से 1 लाख 92 हजार करोड़ रुपये के कर्ज के लिए कौन जिम्मेदार है?
स्वास्थ्य और शिक्षा: अपने शासन में साजिश के तहत सरकारी स्वास्थ्य तथा शिखा को बर्बाद करने वाले सुखबीर सिंह बादल किस हैसियत से केजरीवाल सरकार के दिल्ली माडला पर उंगली उठा रहे हैं? जबकि केजरीवाल सरकार को स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं के लिए दुनिया भर में वाहवाही मिल रही है?
ड्रग्स: क्या पंजाब के युवाओं को नशे के जाल में धकेलने वाले बादल को ड्रग्स के मुद्दे पर बोलने का हक है? ड्रग माफिया का सरगना कौन है यह तो सभी जानते हैं।
दिल्ली मॉडल: क्या सुखबीर बादल अपनी 10 साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड लेकर 2022 में भी लोगों से वोट मांगेंगे, जैसा कि केजरीवाल ने 2019 में अपने 5 साल के रिपोर्ट कार्ड के बलबूते पर मांगा था और तीसरी बार जीते थे?
प्रवास: क्या एक अच्छा और बुद्धिमान शासक युवाओं और शिक्षित लोगों को अपने राज्य से बाहर भेजने की योजना बनाता है? आईलेट्स के बाद ब्याज मुक्त ऋण की योजना बादल के दिमाग की ही उपज है। पंजाब में ही युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर क्यों नहीं दिए जा सकते?
33 फीसदी आरक्षण : क्या बादल बताएंगे कि सरकारी स्कूलों के छात्रों को मेडिकल और प्रोफेशनल कॉलेजों में प्रवेश के लिए 33 फीसदी आरक्षण की बात उन्हें मूर्ख बनाने जैसी नहीं है? ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे संस्थानों में दाखिले के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नीट, क्लैट और जेईई मेन की परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
पंजाबी युवा आरक्षण:- निजी क्षेत्र में युवाओं को 75% आरक्षण देने का झूठा वादा करने वाले सुखबीर बादल बताएंगे कि उन्होंने अपने सुखविला होटल सहित अन्य व्यवसायों में 75% पंजाबियों को रोजगार क्यों नहीं दिया?
एसवाईएल : सतलुज-यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर “आप” को निशाना बनाने वाले बादल बताएंगे कि प्रकाश सिंह बादल की सरकार ने 1978 में इसके कांटे क्यों बोए थे? एसवाईएल पर आप के रुख को दोहराते हुए अरोड़ा ने कहा कि पंजाब के पास अतिरिक्त पानी की एक बूंद भी नहीं है और न ही होगी। आप राजस्थान समेत अन्य राज्यों में जाने वाले पानी की वसूली (कीमत) की वकालत करती है।