कोरोना के पिछले हमलों से सबक सीखने की जरूरत, निजी अस्पतालों के रहमोकरम पर न छोड़े जाएं मरीज
“आप” ने की कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर निजी अस्पतालों और लैबोरेट्रीज की लूट रोकने के लिए ताजा दिशा निर्देश जारी करने की मांग
चंडीगढ़, 15 जनवरी 2022
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने कोरोना महामारी के बढ़ रहे प्रकोप को गंभीरता से लेने की मांग करते हुए पंजाब सरकार विशेषकर प्रदेश के माननीय राज्यपाल से मांग की है कि कोरोना को पिछले हमले से सबक सीखते हुए पंजाब की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में युद्ध स्तर पर सुधार करना बेहद जरूरी है और सरकारी अस्पतालों, डिस्पेंसरियों में सभी प्रकार की कमियों को दूर करने के लिए सरकार तुरंत कार्रवाई करे। इसके अलावा निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएं ताकि प्राइवेट अस्पताल और प्रयोगशालाएं (लेबोरेटरीज) मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन से पहले की तरह अंधी लूट न कर सकें।
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शनिवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में कोरोना महामारी की तीसरी लहर का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है और हर दिन हजारों की तादाद में कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 14 जनवरी को 7600 से अधिक कोरोना के मरीज सामने आए हैं,जबकि 21 मरीजों की कोरोना से मौत हो गई। इसी प्रकार 14 जनवरी तक पंजाब में करीब 34 हजार कोरोना के मामले सामने आए हैं।
विधायक अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में कोरोना का बढ़ता प्रभाव चिंता का विषय है और इसके लिए सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी और अकाली दल (बादल) व भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार हैं,क्योंकि इन सियासी पार्टियों ने पंजाब में सरकारी स्वास्थ्य ढांचे को एक साजिश के तहत तबाह किया और प्राइवेट अस्पतालों को फायदा पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने समय रहते कोरोना महामारी से बचाव के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए। बल्कि “मिशन फतह” के आधीन सरकारी खजाने से जनता को करोड़ों रुपए बर्बाद किए हैं।
सत्ताधारी कांग्रेस टीकाकरण मुहिम को प्रभावी बनाने में पूरी तरह नाकाम रही है, जिस कारण प्रदेश की जनता का कोरोना से बचाव के लिए समय रहते टीकाकरण नहीं हो सका। राज्य के लोग सरकारी अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों में टीका लगवाने के लिए चक्कर काटने को मजबूर हैं। आप नेता ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस ने कुर्सी की लड़ाई के लिए जनता के सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को भुला दिया है। कांग्रेसियों ने दिल्ली के जितने चक्कर कुर्सी बचाने के लिए लगाए,यदि कोविड-19 के टीकों के लिए लगाए होते तो अब तक टीकाकरण मुहिम सिरे चढ़ चुकी होती और पंजाब वासी कोरोना की तीसरी लहर से त्रस्त न होते।
अरोड़ा ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर पंजाब के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पंजाब के लिए जरूरी टीकों का प्रबंध नहीं किया, जिस कारण पंजाब वासी टीके लगाने में पीछे रहे गए। उन्होंने कहा कि टीका न लगने से पंजाब में कोरोना मरीजों की दर बढ़कर 21. 19 फीसदी हो गई है,इसलिए मोदी सरकार को बदले की भावना त्याग कर प्रदेश की जनता के लिए पर्याप्त मात्रा में कोरोना के टीके भेजने चाहिए ताकि पंजाब की जनता को कोरोना की तीसरी लहर से बचाया जा सके। अमन अरोड़ा ने दावा किया कि पंजाब वासियों ने राज्य में “आप” की सरकार बनाने का मन बना लिया है,क्योंकि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने स्वास्थ्य,शिक्षा और जन सुविधाएं प्रदान करने की मिसाल कायम की है।

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