मुख्यमंत्री से स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के सभी रिक्त पदों को भरने की अपील: शिरोमणी अकाली दल


कहा कि भले ही लोग  सरकारी कार्यालयों की घेराबंदी कर रहे हैं, कहा कि नौजवानों को नौकरी देना तो बहुत दूर की बात है रिक्त पदों को भरने के लिए कोई कार्रवाई नही की जा रही : डॉ. दलजीत सिंह चीमा

चंडीगढ़/04अगस्त :-   शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सभी रिक्त पदों को प्राथमिकता के आधार पर  भरने के लिए  तत्काल एक बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान की घोषणा करने के अलावा सभी रिक्त पदों को भरने के अलावा कुशल सेवाएं प्रदान करना सुनिश्चित करने की अपील की है। उन्होने कहा कि नौजवान अधिक सरकारी नौकरियां पैदा करने के आप पार्टी के वादे की ओर देख रहे थे, लेकिन  सरकार खाली पदों को नही भर रही  और कुछ मामलों में तो खाली पदों को भी समाप्त कर दिया गया है।

वरिष्ठ डॉक्टरों के बड़े पैमाने पर नौकरी  छोड़ने के साथ साथ सरकारी स्कूलों में खाली पदों के भारी बैकलॉग के कारण स्वास्थ्य और शिक्षा विभागों में प्रभावित सेवाओं  के बारे में डॉ. चीमा ने कहा, ‘‘लहरागागा में सबडिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) की आज की नाकाबंदी भी सरकारी स्कूलों को कुशलतापूर्वक चलाने में सरकार की विफलता पर लोगों के भारी गुस्से को दर्शाता है। उन्होने कहा कि एसडीएम कार्यालय की नाकेबंदी से पहले चार दिवसीय धरने से पहले एक शिक्षक को गांव के एक स्कूल में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर चार दिवसीय धरना दिया गया तो उनके  बहरे कानों में भी उसकी गूंज पड़ी जिससे आज एसडीएम कार्यालय को बंद करने पर मजबूर होना पड़ा।

डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सरकार अपने वादे के मुताबिक खाली पदों को भरने और युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है , लेकिन आप पार्टी के मंत्री और विधायक सस्ते प्रचार के लिए अस्पतालों और स्कूलों में छापे मार रहे हैं, जिससे कमान की श्रंखला को बिगाड़ दिया है, और यहां तक कि शिक्षा क्षेत्र के पतन का कारण बन रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान भी सुधारात्मक कदम उठाने में विफल रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़माजरा के खिलाफ बाबा फरीद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजबहादुर के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए कोई कार्रवाई नही की गई है। डॉ. चीमा ने मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में विधायकों से सरकारी अधिकारियों का सामना न करने की अपील को खारिज करते हुए कहा कि इसका कोई प्रभाव नही पड़ेगा जब तक कि स्वास्थ्य मंत्री चेतन जोड़ामाजरा को बर्खास्त करके एक उदाहरण पेश नही किया जाता है।

डॉ. चीमा ने मुख्यमंत्री से डॉक्टरों और शिक्षकों को एकतरफा आश्वासन देने के लिए कहते हुए कहा कि उन्हे अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन करते हुए आप पार्टी के विधायकों द्वारा परेशान नही किया जाएगा। डॉ. चीमा ने मुख्यमंत्री से स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग को तुरंत पर्याप्त फंड जारी करने की अपील की । उन्होने कहा, ‘‘ मरीज नियमित रूप से सरकारी अस्पतालों में दवाओं और यहां तक कि चिकित्सा परीक्षणों के अलावा शिक्षकों और यहां तक कि सरकारी स्कूलों में पाठय पुस्तकों की कमी के बारे में शिकायत करते  हैं। आप पार्टी की सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में मौलिक सुधार के वादे के साथ सत्ता में आई थी , लेकिन इसे पूरा करने में नाकाम रही है’’।

 

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