
चंडीगढ़/03फरवरी 2022
शिरोमणी अकाली दल ने आज चुनाव आयोग से अपने विज्ञापनों में गुरुबाणी का दुरूपयोग करने के लिए कांग्रेस के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया और कहा कि इससे न केवल आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है, बल्कि सिख समुदाय की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है।
और पढ़े :-चरनजीत चन्नी दो सीटें छोड़ो 117 सीटों से लड़ लें, पंजाबी हरा कर भेजेंगे : मनजिन्दर सिंह सिरसा
पार्टी प्रवक्ता अर्शदीप कलेर ने इस संबंध में मुख्य चुनाव अधिकारी , पंजाब को शिकायत दर्ज कराते हुए चुनाव आयोग से फेसबुक और टिवट्र सहित सभी चैनलों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से वीडियो ‘‘ पंजाब की चढ़दी कला , कांग्रेस मांगे सरबत दा भला’’ वीडियो सहित सभी होर्डिंग और अन्य आपत्तिजनक सामग्री को हटाने का निर्देश जारी करने का आग्रह किया है।अकाली दल ने यह भी आग्रह किया है कि चुनाव आयोग द्वारा अलग अलग निर्देश जारी किए जाएं, जिसमें पवित्र ग्रंथों के शब्दों को तोड़ मरोड़कर पेश करने के लिए कांग्रेस के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की जाए। इसमें कहा गया है कि प्रार्थना के शब्दों को तोड-़मरोड़कर पेश किया गया है तथा कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रचार के लिए पूरे समुदाय की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।
यह कहते हुए कि कांग्रेस पार्टी ने अपने तुच्छ राजनीतिक उददेश्यों के लिए न केवल ‘गुरुबाणी’’ के शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है, अकाली दल की शिकायत में कहा गया है कि पार्टी ने पंजाब सरकार के विज्ञापनों से दृश्य भी लिए थे और उन्हे पार्टी के विज्ञापनों पर चिपकाया था।इसमें कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता के अनुसार कोई भी राजनीतिक दल अपने राजनीतिक प्रचार के लिए किसी भी धार्मिक प्रतीक यां धार्मिक ग्रंथ का उपयोग नही कर सकता है, और आगे चुनाव आयेग ने यह भी स्पष्ट किया है कि पार्टी के विज्ञापनों के लिए किसी भी सरकारी
विज्ञापन के दृश्य का उपयोग नही किया जा सकता है।इसमें कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी ने पंजाब सरकार के ‘‘ सच्चे पंजाबी’’ विज्ञापन के दृश्यों का इस्तेमाल विशेष रूप से 1.23 वें मिन्ट में ‘‘ पंजाब की चढ़दी कला, कांग्रेस मांगें सरबत दा भला’’ विज्ञापन में किया है।

English





