शिरोमणी अकाली दल  मनप्रीत अयाली को इस बात से इंकार करने की चुनौती देता है कि लुधियाना में उसकी जमीन को लैंड पूलिंग स्कीम से बाहर रखा गया

सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने यह साबित करने के लिए दस्तावेज जारी किए कि अयाली ने झूठा दावा किया कि उन्होने 28 एकड़ की काॅलोनी  2018 से पहले बनाई थी ताकि बहुत ही कम फीस देकर इसे नियमित किया जा सके

चंडीगढ़/30जुलाई 2025

शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने आज दाखा के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली को चुनौती दी है कि वह इस बात से इंकार करें उनकी जमीन को लैंड पूलिंग योजना से बाहर रखा गया है, जबकि गरीब किसानों को जमीन जमीन को एक्यावर करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इसके अलावा अयाली द्वारा आम आदमी पार्टी सरकार से ली गई अवैध सरकारी रियायतों को साबित करने के लिए दस्तावेज भी जारी किए।

यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि मनप्रीत अयाली आप सरकार की जमीन हड़पने की स्कीम पर पूरी तरह से चुप्पी साधे हैं, जिसके तहत वह अकेले लुधियाना जिले में 24हजार एकड़ से ज्यादा जमीन पर जबरन कब्जा करना चाहती है, क्योंकि सरकार ने उनकी जमीन को ‘‘ एडजस्ट’’ किया और उनके नियंत्रण वाली पूरी जमीन को इस योजना से बाहर कर दिया था। अकाली नेता ने अयाली से यह भी पूछा कि इस राहत को पाने के लिए उन्होने आप लीडरशीप के साथ क्या ‘‘ समझौता’’ किया और इसके लिए उनकी निंदा भी की है।

सरदार रोमाणा ने दस्तावेज और नक्शे दिखाते हुए कहा कि कैसे अयाली परिवार के स्वामित्व वाले अवंता एन्कलेव के 28 एकड़ की जमीन को और 7.5 एकड़ जमीन को लैंड पूलिंग स्कीम के दायरे से बाहर रखा गया जबकि आस-पास के गरीब किसानों की जमीन को इसमें शामिल किया गया है। उन्होने यह भी बताया कि कैसे अयाली की 20 एकड़ से लेकर 8 एकड़ तक की जमीन का एक टुकड़ा (मास्टाइल नंबर 70) को भी लैंड पूलिंग योजना से बाहर रखा गया है , जबकि बाकी 12 एकड़ की जमीन एक्वायर करने को अधिसूचित कर दिया गया है।

अकाली नेता ने कहा कि सिर्फ इतना ही नही, आप सरकार के पास अयाली की अवैध गतिविधियों को साबित करने के लिए दस्तावेज भी हैं। उन्होने कहा कि अयाली परिवार ने 28 एकड़ जमीन पर अवंता एन्कलेव नामक एक काॅलोनी विकसित की, इस दौरान उसने सरकारी कानून के अनुसार 55 फीसदी के बजाय 70 फीसदी निर्मित क्षेत्र का इस्तेमाल कर कई अवैध कार्य किए गए । उन्होने कहा कि जब 2018 से पहले बनी अवैध काॅलोनियों को 3 करोड रूपये की मामूली फीस देकर नियमित करने की योजना शुरू की गई तो अयाली ने यह दावा करने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए कि अवंता ग्रीन्स का निर्माण 2015 मंे किया गया था।

यह कहते हुए कि अयाली ने 55 करोड़ रूपये के जुर्माने से बचने के लिए झूठ बोला था। अकाली नेता ने 2017,2018 और 2019 की गूगल इमेज दिखाई जब अवंता एन्कलेव सिर्फ एक बंजर जमीन थी और 2020 की भी दिखाई जब एन्कलेव में पहली बार कच्ची सड़कें बननी शुरू हुई थी। इस अवैध कार्य का विवरण देते हुए सरदार रोमाणा ने कहा कि अयाली ने अपने ग्राहकों के साथ समझौते करने के लिए पिछली तारीख में स्टाम्प खरीदे लेकिन जब विजिलेंस विभाग ने ग्राहकों से संपर्क किया तो इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ। उन्होने कहा,‘‘ अब आप सरकार के पास पूरे घोटाले की जानकारी है और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के दौरान उन्हे चुप कराने के लिए इसका जिक्र किया था।’’

सरदार रोमाणा ने अयाली से उन्हें गलत साबित करने के लिए कहते हुए कहा,‘‘ मैं नेता को 2018 से पहले अवंता एन्कलेव में 93 प्लाॅटों में से किसी एक को बेचने के लिए की गई एक भी रजिस्ट्री दिखाने की चुनौती देता हूं ।’’ उन्होने कहा ,‘‘ सिर्फ इतना ही नही। ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि अयाली हंब्रान रोड और कैल गांव में अपनी जमीन के टुकड़ों को लैंड पूलिंग योजना से बाहर करवाने में कामयाब हो गए हैं। अकाली दल दस्तावेज मिलने के बाद इसके विवरण जारी करेगा।’’