डी.जी.पी को स. अर्शदीप कलेर जान से मारने की धमकी के डिजिटल सबूत सौंपा, घोषणा की कि पार्टी घटना की एनआईए जांच की मांग के अलावा राज्यपाल से भी संपर्क करेगी
चंडीगढ़/27मार्च 2025
शिरोमणी अकाली दल के एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी , कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला से मुलाकात की और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर को जान से मारने की धमकी देने के लिए मंडी बोर्ड के मुख्य इंजीनियर जतिंदर सिंह भंगू के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
इस प्रतिनिधिमंडल में स.महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा और स. हीरा सिंह गाबड़िया के अलावा शिकायत कर्ता स. अर्शदीप सिंह कलेर भी शामिल थे, जिन्होने डीजीपी को अवगत कराया कि मंडी बोर्ड के चीफ इंजीनियर ने स. कलेर को फोन करके गाली-गलौच की और कहा कि वह 50 लोगों की हत्या कर चुका है और चार और लोगों की हत्या होना बाकी है। कलेर उसकी हिट लिस्ट में पांचवे नंबर पर है। इससे पहले प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी गौरव यादव के समक्ष भी अपनी शिकायत दर्ज कराई।
डीजीपी को पूरी घटना के बारे में बताते हुए स. कलेर ने कहा कि आज उन्होने पार्टी अध्यक्ष स. बलविंदर सिंह भूंदड़ की पंथक एकता की अपील पर एक बहस में हिस्सा लिया था। उन्होने कहा कि बहस के दौरान उन्होने चरनजीत सिंह बराड़ को विद्रोही बताते हुए कहा था कि उनका ग्रूप चंडीगढ़ में पंजाब मंडी बोर्ड के कार्यालय में लगातार मीटिंगें कर रहा है और अकाली दल के खिलाफ साजिशें रच रहा है। उन्होने कहा कि बहस के तत्काल बाद जतिंदर भंगू ने उन्हे फोन कर खुद को डिब्रूगढ़ में बंद अमृतपाल सिंह का आदमी बताते हुए कहा कि अगर उन्होने कभी मंडी बोर्ड में ऐसी किसी मीटिंग का जिक्र किया तो वह कलेर को जान से मार देंगें। उन्होने मुझसे यह बात पूर्व उपमुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल को बताने के लिए भी कहा।’’
डी.जी.पी को जानकारी देते हुए वरिष्ठ नेता स. महेशइंदर सिंह ग्रेवाल और डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने चरनजीत सिंह बराड़ की स. कलेर के खिलाफ नफरत भड़काने की भूमिका की जांच की जानी चाहिए, जिसके तत्काल बाद भंगू ने पार्टी के प्रवक्ता को जान से मारने की धमकी दी। उन्होने कहा कि यह बराड़ ने ही स्वीकार किया था कि विद्रोही ग्रुप मंडी बोर्ड के कार्यालय में प्रतिदिन मीटिंगें कर रहा है।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह घटना आम आदमी पार्टी सरकार और कटटरपंथी तत्वों के बीच मिलीभगत का परिणाम है, जिसका मकसद अकाली दल को नेतृत्वविहीन करना है। उन्होने कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडिडयां से यह बताने के लिए कहा कि वह मंडी बोर्ड के कार्यालय को अकाली दल के खिलाफ साजिशें रचने की अनुमति क्यों दे रहे हैं।
अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल ने यह भी घोषणा की कि वह स. बलविंदर सिंह भूंदड़ और स. सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में शीघ्र ही गर्वनर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात कर उन्हे घटना से अवगत करवाकर इसकी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग करेंगें। उन्होने कहा,‘‘ हम हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगें।’’
स. अर्शदीप कलेर ने कहा कि वे ऐसी धमकियों से नही डरते और उनका डटकर सामना करेंगें। उन्होने यह भी कहा कि अकाली दल और उसकी लीडरशीप को नुकसान पहुंचाने के मकसद से मंडी बोर्ड में नियमित रूप से मीटिंगें आयोजित की जा रही है । उन्होने आप सरकार से यह बताने के लिए कहा कि वह ऐसे मकसदों के लिए कार्यालय का इस्तेमाल होने की अनुमति क्यों दे रही है?

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