शिरोमणी अकाली दल 29 अक्टूबर को वाघा बॉर्डर से गोल्डन गेट तक रोड शो करेगा

BIKRAM SINGH MAJITHA
ਸੂਬੇ ਦੀਆਂ ਜੇਲ੍ਹਾਂ ਵਿਚ ਕੈਦੀਆਂ ਤੇ ਹਵਾਲਾਤੀਆਂ ਨਾਲ ਮੁਲਾਕਾਤਾਂ ਤੋਂ ਪਾਬੰਦੀ ਤੁਰੰਤ ਹਟਾਈ ਜਾਵੇ : ਬਿਕਰਮ ਸਿੰਘ ਮਜੀਠੀਆ

कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री ने पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र पर सहमति व्यक्त करते हुए केंद्र के सामने आत्मसमर्पण कियाउस पर नाराजगी व्यक्त करने के लिए तथा संघवाद को बनाए रखने के लिए रोड शो किया जा रहासरदार बिक्रम सिंह मजीठिया

चंडीगढ़/26अक्टूबर 2021

शिरोमणी अकाली दल ने 29 अक्टूबर को वाघाअटारी से  इंडिया गेट होते हुए  श्री अमृतसर साहिब के गोल्डन गेट तक रोड शो करेगा, ताकि संघवाद को बनाए रखने के साथ साथ नाराजगी व्यक्त की जा सके, जिसमें मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने केंद्र के सामने आत्मसमर्पण किया और पंजाब में केंद्रीय क्षेत्राधिकार बढ़ाने पर सहमति जताई।

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पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने यहां एक बयान जारी करते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के लोग आतंकवाद के दौर में केंद्रीय बलों ़द्वारा पहले दमन को नही भूले थे।‘‘ वे सीमा सुरक्षा बल( बीएसएफ) को अधिक पहुंच शक्तियां प्रदान करने के बारे में सतर्क हैं , क्योंकि उन्होने पहले इसका दुरूपयोग किया था। उन्होने इस बात पर भी जोर दिया कि पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से पहले के 15 किलोमीटर से सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र को 50 किलोमीटर तक बढ़ाने का कोई तर्क नही है। बीएसएफ का मुख्य काम कंटीली तारों से पार से तस्करी को नियंत्रित करना है। उन्हे राज्य के दस जिलों को कवर करने वाले 50 किलोमीटर क्षेत्र में अधिकार देने से उन्हे पुलिस के अधिकार दिए गए हैं जिससे पंजाब पर केंद्रीय सरकार का विस्तार होगा’’।

सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पंजाबियों को इस बात की भी हैरानी है कि उनके अपने मुख्यमंत्री ने उनके साथ ऐसा किया।उन्होने कहा कि कल मुख्यमंत्री का स्पष्टीकरण कि उन्हे पंजाब में केंद्रीय क्षेत्राधिकार बढ़ाने के कदम के बारे में बिल्कूल पता नही था। ‘‘ यह  घटनाक्रम चरनजीत चन्नी द्वारा गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात तथा उसके नौ दिन बाद राज्य में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के फैसला मिलीभगत के साथ साथ केंद्र के समक्ष आत्मसमर्पण की ओर इशारा करता है’’।

इस बात पर जोर देते हुए कि पंजाबी इस बात पर अडिग हैं कि सविंधान में संघवाद के सिद्धांत के साथ समझौता नही किया जाना चाहिए।सरदार मजीठिया ने कहा कि हम इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज को गर्व के प्रतीक के रूप में लेकर जाएंगें। पंजाबियों में सबसे ज्यादा राष्ट्रवादी हैं, क्योंकि उन्होने देश में एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए सबसे ज्यादा कुर्बानियां दी हैं। केंद्र को हमारे अधिकारों को अतिक्रमण करने की कोशिश नही करनी चाहिए। उन्होने कहा कि यह निंदनीय है कि पंजाब के अधिकारों को एक के बाद एक छीना गया, चाहे वह रिपेरियन सिद्धांत हो, जिसके कारण राज्य ने अपने नदी का पानी यां पंजाबी भाषा क्षेत्रों और राजधानी चंडीगढ़ के मुददा हों ,को केंद्रीय क्षेत्राधिकार बढ़ाने के लिए खो दिया ।

सरदार मजीठिया ने कहा कि अकाली दल संघवाद के लिए हमेशा एकजुट खड़ा है और देश के संघीय स्वरूप को बनाए रखने के लिए आंदोलन जारी रखेगा।‘‘ हम पूरे देश में समान विचारधारा वाले दलों से संपर्क करेंगें तथा राज्य के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक मंच तैयार करेंगें’’।