लाखों लोगों ने श्री गुरु नानक देव जी से लेकर बाबा बंदा बहादुर जी तक के इतिहास को प्रदर्शनी के माध्यम से देखा

Sangat in lakhs of numbers gets a glimpse of the glorious history of Sri Guru Nanak Dev Ji, Baba Banda Bahadur Ji through the exhibition
Sangat in lakhs of numbers gets a glimpse of the glorious history of Sri Guru Nanak Dev Ji, Baba Banda Bahadur Ji through the exhibition
82 बाई 240 फुट का विशाल एग्जिबिशन हॉल भी पड़ा छोटा
सिख गुरुओं के त्याग व बलिदान से जुड़ी गाथा को 100 से अधिक डिस्प्ले पैनल के माध्यम से प्रदर्शित किया गया
श्री गुरु नानक देव जी की पूरी प्रकाश यात्रा को दर्शाया गया
विचारधाराओं को दरकिनार कर देश की सभी पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की

पानीपत, 24 अप्रैल 2022

श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400 वें प्रकाशोत्सव के कार्यक्रम स्थल पर आयोजित प्रर्दशनी में रविवार को देशभर से आए लाखों लोगों ने श्री गुरु नानक देव जी से लेकर बाबा बंदा बहादुर तक के इतिहास को देखा। इस प्रदर्शनी में सिख गुरुओं के त्याग व बलिदान से जुड़ी गाथा को 100 से अधिक डिस्प्ले पैनल के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।

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शहर पानीपत के सेक्टर-13 व 17 में आयोजित इस प्रकाशोत्सव कार्यक्रम स्थल पर लगी प्रर्दशनी में सन 1621 से लेकर 1675 तक श्री गुरु नानक देव जी की पूरी प्रकाश यात्रा को सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से लगाई गई इस प्रदर्शनी में दर्शाया गया। देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं का दिनभर इस प्रदर्शनी को देखने के लिए तांता लगा रहा। आलम यह था कि 82 बाई 240 फुट के इस विशाल एग्जिबिशन हॉल में कई बार अधिक भीड़ आने के कारण श्रद्धालुओं को बाहर इंतजार करना पड़ा। यह वातानुकूलित हाल भीड़ के आगे छोटा पड़ गया।

दुनिया के सर्व समाज के लोग इस प्रदर्शनी को देखने के लिए पहुंचे थे। विचारधाराओं को दरकिनार कर देश की सभी पार्टियों के नेताओं ने इस कार्यक्रम में शिरकत की। श्री गुरु तेग बहादुर जी की पूरी जीवन यात्रा के दौरान उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को इस प्रदर्शनी में दिखाया गया था। इसमें  पंजाबी हिंदी तथा अंग्रेजी  तीनों भाषाओं में पैनल लगाए गए थे ताकि देश दुनिया के सभी नागरिक गुरु जी की प्रकाश यात्रा रूबरू हो।

स्कूल कॉलेजों से आई युवा पीढ़ी पैनल बोर्ड पर लिखी एक-एक लाइन को बड़े ही तल्लीनता के साथ पढ़ रही थी। पूरे दिन व्यवस्था देख रहे सेवक लोगों से आगे बढ़ते रहने का आह्वान करते रहे।