एमसीएम में साइंस वीक के तीसरे दिन का आग़ाज़

चंडीगढ़ 25 जनवरी 2022  

मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ में साइंस वीक के तीसरे दिन, रसायन विज्ञान के स्नातकोत्तर विभाग, पर्यावरण विज्ञान विभाग और भौतिकी विभाग ने एमसीएम विज्ञान मंच के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया। रसायन विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान विभाग,ने एसएआइएफ/सीआईएल, पंजाब विश्वविद्यालय के सहयोग से, ‘सफ़िस्टिकेटेड ऐनालिटिकल इंस्ट्रुमेंटेशन’ विषय पर दो दिवसीय विज़िट सह कार्यशाला का आयोजन ‘ सिनर्जिस्टिक ट्रेनिंग प्रोग्राम यूटिलाइज़िंग दी साइंनटिफ़िक एंड टेक्नलॉजिकल इंफ़्रास्ट्रक्चर’ (एसटीयूटीआई) के तत्वावधान में किया। इस कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव, सैफ/सीआईएल,पीयूसी की ऑनरेरी डायरेक्टर, प्रो. गंगा राम चौधरी, और सैफ/सीआईएल, पीयूसी में एसोसिएट प्रोफेसर, एच.पी.एस. कंग ने कार्यक्रम में शिरकत की और कार्यक्रम की शोभा को बढ़ाया। सत्र की शुरुआत एमसीएम और एसएआइएफ, पीयूसी ने अपनी नवीन और सतत प्रथाओं को साझा करने के साथ की। ‘यूवी-विजिबल स्पेक्ट्रोस्कोपी’ और ‘एनएमआर बेसिक्स एंड एप्लिकेशन’ पर तकनीकी व्याख्यान सैफ/सीआईएल पीयूसी में अनुसंधान वैज्ञानिक, डॉ. शैलेंद्र द्वारा दिया गया और पंजाब विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर, डॉ. रोहित शर्मा ने सफ़िस्टिकेटेड ऐनालिटिकल इंस्ट्रुमेंटेशन’ एसईएम और एनएमआर पर व्याख्यान दिया। कॉलेज के भौतिकी विभाग द्वारा उसी दिन एक वेबिनार का आयोजन किया इसके लिए प्रमुख वक्ता पटियाला स्थित थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, के स्कूल ऑफ फिजिक्स एंड मैटेरियल साइंस,में सहायक प्रोफेसर, डॉ देवव्रत देब रहे जिन्होंने ‘भौतिक विज्ञान में उभरते विषय और अवसर’ पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया । डॉ. देब ने छात्रों को अनुसंधान के लिए विभिन्न फंडिंग एजेंसियों, प्रतिष्ठित संस्थानों में ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रमों और जेआरएफ, डीएएडी, टीडब्ल्यूएएस जैसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फेलोशिप कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। साइंस वीक के दूसरे दिन वनस्पति विज्ञान विभाग ने वनस्पति विज्ञान में राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया था । प्रश्नोत्तरी का विषय एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण रहा । हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र और यूटी चंडीगढ़ सहित विभिन्न राज्यों के 89 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रश्नोत्तरी में भाग लिया, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित तथ्यों और वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में अपनाई गई स्थायी प्रथाओं पर आधारित थी। एमसीएम में साइंस वीक समारोह विज्ञान और प्रौद्योगिकी और अक्षय ऊर्जा विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है।
प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने एमसीएम विज्ञान मंच और विज्ञान विभागों द्वारा विज्ञान दिवस 2022 को बेहद प्रासंगिक आयोजनों के साथ उचित तरीके से चिह्नित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विज्ञान के चमत्कारों ने समाज के महत्वपूर्ण विकास में योगदान दिया है और इस तरह के प्रयास युवाओं को विज्ञान की उन्नति के लिए काम करने के लिए प्रेरित करने और दूसरों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

 

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