श्री चमकौर साहिब में श्री गुरु गोबिन्द सिंह स्किल इंस्टीट्यूट का निर्माण शुरू

Skill University at Sri Chamkaur Sahib, the ambitious project of Chief Minister Captain Amarinder Singh
97 करोड़ रुपए की लागत से 42 एकड़ क्षेत्रफल में किया जाएगा पहले पड़ाव का निर्माण
यूनीवर्सिटी औद्योगिक क्षेत्र की माँग के अनुसार नौजवानों के कौशल को निखार कर उनको रोजग़ार के काबिल बनाने में होगा सहायक
चंडीगढ़, 10 अप्रैल:
श्री चमकौर साहिब में स्किल यूनिवर्सिटी के निर्माण से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का स्वपनमयी प्रोजैक्ट जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए आज यहाँ जारी एक प्रैस बयान में पंजाब के तकनीकी शिक्षा और रोजग़ार सृजन मंत्री श्री चरनजीत सिंह चन्नी ने बताया कि इस प्रोजैक्ट के पहले पड़ाव के अंतर्गत श्री चमकौर साहिब में श्री गुरु गोबिन्द सिंह स्किल इंस्टीट्यूट के निर्माण का कार्य धार्मिक अरदास के बाद कल शुरू हो गया है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यह वैश्विक दर्जे की स्किल यूनिवर्सिटी स्थापित करने की ओर पहला कदम है, जिससे पंजाब के नौजवानों के कौशल को निखारने और उनको उद्योग की माँगों के अनुसार रोजग़ार के योग्य बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा कि स्किल इंस्टीट्यूट के पहले पड़ाव के निर्माण कार्यों की कुल लागत 97 करोड़ रुपए है जो अलॉट हो गए हैं। श्री चन्नी ने कहा कि यह फंड आई.के. गुजराल पंजाब तकनीकी यूनिवर्सिटी द्वारा तकनीकी शिक्षा विभाग की देख-रेख अधीन मुहैया करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्य पंजाब के लोक निर्माण विभाग द्वारा चलाया जा रहा है और पहले पड़ाव का निर्माण 42 एकड़ क्षेत्रफल में किया जाएगा।
श्री चन्नी ने कहा कि उनको उम्मीद है कि यह स्किल इंस्टीट्यूट, जिसको वैश्विक दर्जे की स्किल यूनिवर्सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा, के बनने से इस क्षेत्र के नौजवानों ख़ासकर ऐतिहासिक कस्बे श्री चमकौर साहिब के रहने वालों के लिए और ज्य़ादा मौके पैदा होंगे, जिससे नौजवानों को अपने कौशल को निखारने और सूचना प्रौद्यौगिकी पर आधारित इस माहौल में रोजग़ार के और ज्य़ादा मौके हासिल होंगे।
प्रोजैक्ट इंचार्ज सब डिविजऩल अधिकारी राजीव अरोड़ा ने बताया कि पहले पड़ाव के अधीन कुल 4.23 लाख वर्ग फुट क्षेत्र कवर किया जाएगा और इसमें विभिन्न ब्लॉक जैसे कि अकादमिक, इंजीनियरिंग, फार्मेसी, आई.टी. और साझे संसाधन शामिल होंगे। इसके अलावा इसमें ऑडीटोरियम, पुस्तकालय, खेल स्टेडियम, दुकानों, वर्कशॉप आदि भी शामिल होंगे।