हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने आज विधानसभा में बताया कि राज्य में संगठित अपराध और कुख्यात अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए वर्ष 2017 में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) का गठन किया गया था। अब तक एसटीएफ द्वारा 1,830 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और वर्तमान में इसकी 9 फील्ड यूनिट्स सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
श्री पंवार मानसून सत्र के अंतिम दिन विधायक श्री आदित्य सुरजेवाला द्वारा कानून व्यवस्था से जुड़े प्रश्न पर मुख्यमंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से 2025 के बीच हत्या, हत्या का प्रयास, बलात्कार, डकैती, अपहरण, जबरन वसूली, चोरी, छेड़छाड़ और नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री जैसे मामलों में लगातार कमी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में हत्या के 1104 मामले दर्ज हुए थे, जो 31 जुलाई 2025 तक घटकर 530 रह गए। इसी अवधि में हत्या के प्रयास 984 से घटकर 602, बलात्कार 1296 से घटकर 663, डकैती 194 से घटकर 57 और अपहरण 5015 से घटकर 2316 मामले दर्ज किए गए। जबरन वसूली के मामले 299 से घटकर 254 हो गए।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार, वर्ष 2018 में चोरी के मामले 28,969 से घटकर वर्ष 2025 में 13,972 हो गए। वहीं, छेड़छाड़ के मामले 2671 से घटकर 662 हो गए, जबकि मादक पदार्थ अधिनियम के अंतर्गत दर्ज मामले 2587 से घटकर 2138 रह गए।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से 31 जुलाई 2025 तक आईपीसी/बीएनएस के अंतर्गत दर्ज कुल मामलों की संख्या 1,08,212 से घटकर 63,136 हो गई है। पिछले दो वर्षों में गैंगस्टर्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर डकैती के 14, लूट के 43, सेंधमारी के 111, चोरी के 316 और अन्य 214 मामलों का सफलतापूर्वक पर्दाफाश किया है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए 24 गैंग के सदस्यों के खिलाफ लुकआउट और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए हैं।
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