चंडीगढ़: 23 फरवरी, 2024
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ की इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ने 21 फरवरी, 2024 से 23 फरवरी, 2024 तक विकसित भारत @2047 के लिए भारतीय विद्युत क्षेत्र में उभरते विकास, चुनौतियों और अवसरों पर कार्यशाला को आज सफलतापूर्वक पूरा किया।
इस वर्कशॉप के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि श्री मनोज त्रिपाठी, अध्यक्ष बीबीएमबी; उनके साथ ही मुख्य वक्ता आईआईटी रूड़की से प्रोफेसर एस.पी. सिंह; PEC के प्रतिष्ठित निदेशक, प्रो. (डॉ.) बलदेव सेतिया जी के साथ प्रो. रिंटू खन्ना (प्रमुख, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग) ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। इस कार्यशाला का समन्वयन डॉ. मनोहर सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर, ईईडी) द्वारा और सह-समन्वय डॉ. अजय कुमार (सहायक प्रोफेसर, ईईडी) द्वारा किया गया था।
विकसित भारत@2047 के लिए भारतीय विद्युत क्षेत्र के विभिन्न उभरते और चुनौतीपूर्ण मुद्दों पर 3 दिवसीय कार्यशाला के दौरान विभिन्न तकनीकी ट्रैक निर्धारित किए गए थे। इस अवधि के दौरान, सीईए, विद्युत मंत्रालय, एमएनआरई, आईआईटी, ग्रिड कंट्रोलर ऑफ इंडिया, जीई, एनटीपीसी, डीटीएल और पीईसी संकाय से वक्ताओं को आमंत्रित किया गया था।
इस वर्कशॉप के दौरान प्रतिभागियों को नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों के उपयोग, हरित परिवहन की चुनौतियाँ और भविष्य, सौर ऊर्जा की चुनौतियाँ और भविष्य, भारतीय विद्युत क्षेत्र की प्रगति और चुनौतियाँ, और सबसे महत्वपूर्ण रूप से भारतीय विद्युत क्षेत्र में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका पर अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का अवसर मिला। आज के सत्र का समापन डॉ. मनीष जिंदल द्वारा किया गया।
वर्कशॉप का सफल समापन ज्ञान को आगे बढ़ाने, सहयोग को बढ़ावा देने और उद्योग की चुनौतियों के लिए पेशेवरों को तैयार करने के लिए पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज की प्रतिबद्धता की पुष्टि भी करता है।

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