सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कानून-व्यवस्था का मॉडल तैयार करने के मुख्यमंत्री के बयान पर हैरानी जताई

SUKHBIR BADAL
ਪਟਿਆਲਾ ਵਿਖੇ ਵਾਪਰਿਆ ਘਟਨਾਕ੍ਰਮ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨਕ ਨਖਿੱਧਪੁਣੇ, ਗ਼ੈਰ-ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰਾਨਾ ਸਿਆਸਤ ਅਤੇ ਮੌਕਾਪ੍ਰਸਤੀ ਦਾ ਨਤੀਜਾ : ਸੁਖਬੀਰ ਸਿੰਘ ਬਾਦਲ
कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने अराजकता और साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा कर दी, पंजाब के लिए सबसे बुरा साल
राज्य पूंजी की बर्बादी और  बढ़ती बेरोजगारी  देख रहा जबकि सरकार  फर्जी प्रचार में व्यस्त


चंडीगढ़/30दिसंबर: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस दावे पर हैरानी जताई कि कानून व्यवस्था पर आम आदमी पार्टी का मॉडल देश में नंबर वन है। उन्होने कहा, ‘‘ यह बेहद निंदनीय है कि मुख्यमंत्री इस तरह के संवेदनशील मुददे पर झूठ बोल रहे हैं, जबकि पंजाबी राज्य में कानून व्यवस्था और साम्प्रदायिक संबंधों के खराब होने से बेहद परेशान हैं’’।

अकाली दल अध्यक्ष ने कहा  कि कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर खुद को नंबर वन राज्य के रूप में पेश करने के लिए आप पार्टी की सरकार द्वारा किए गए तुच्छ प्रचार हैरानीजनक तथा निंदनीय है। उन्होने कहा, ‘‘ पंजाबियों को उम्मीद थी कि भगवंत मान इस मोर्चे पर नाकाम रहने के लिए माफी मांगेंगें और गृहमंत्री के पद से इस्तीफा दे देंगें। यह निंदनीय है कि अब वह आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर कानून व्यवस्था बनाए रखने को अपनी सरकार की उपलब्धि के रूप में दिखा रहे हैं, जबकि उन्होने राज्य में अराकता की स्थिति पैदा कर रखी है। यह पंजाब और पंजाबियों का अपमान है’’। उन्होने इसे प्रशासनिक मोर्चे पर पंजाब के लिए सबसे खराब साल करार दिया है

अकाली दल अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी तरह पंजाबी भूलने वाली बीमारी से ग्रसित नही हैं। उन्होने कहा कि आप पार्टी की सरकार के गठन के ठीक बाद राज्य में नंगल अंबियां सहित प्रमुख कबड्डी खिलाड़ियों के कत्ल का सिलसिला देख रहा है। उन्होने कहा कि पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की जघन्य हत्या उस समय हुई , जब पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा वापिस लेकर इस तथ्य को प्रचारित किया गया। उन्होने कहा कि पहले मोहाली में पंजाब पुलिस के मुख्यालय और बाद में सरहाली के एक पुलिस स्टेशन पर रॉकेड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला किया गया और पटियाला के काली मंदिर में झड़प देखी गई तथा राज्य में दशकों के बाद साम्प्रदायिक तनाव देखा गया। उन्होने कहा कि मूसेवाला के हत्यारों में से एक दीपक टीनू के पुलिस हिरासत से भाग गया। उन्होने कहा कि आम आदमी स्नैचिंग और डकैतियों से पीड़ित है , तथा व्यापारी और उद्योगपत्तियों को  गैंगस्टरों को फिरोती देने में नाकाम रहने के लिए निशाना बना जा रहा और मारा गया।

सरदार बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि क्या यह सब उनकी सरकार की  उपलब्धि है। सरदार बादल ने कहा,‘‘ हम इसके कारण राज्य के उद्योग का पलायन देख रहे हैं, तथा कोई नया निवेश नही किया जा रहा है , इसके कारण बढ़ती बेरोजगारी भावी पीढ़ी के लिए मौत की घंटी की  तरह लग रही है तथा भावी पीढ़ी ड्रग्ज के खतरे से जूझ रही है’’।

सरदार बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री से कहा कि वह आम आदमी से उनकी उपलब्धियों के बारे में पूछें न कि रोजाना करोड़ों रूपये के विज्ञापनों की डींगें हांकें। उन्होने कहा ,’’ सच्चाई यह है कि पिछले नौ महीनों में आपने न केवल कानून और व्यवस्था को पूरी तरह से भंग करने की अध्यक्षता की है, बल्कि वित्तीय व्यवस्था की बर्बादी देखी गई  है’’। उन्होने कहा कि पिछले नौ महीनों में राज्य की कुल उधारी 39 हजार करोड़ रूपये को पार कर गई है, जबकि राज्य का कर्ज 3 लाख करोड़ रूपये तक पहुंच गया है। उन्होने कहा कि ‘‘ इतनी भारी उधारी के बावजूद आपके पास एक भी विकास यां बुनियादी प्रोजेक्ट नही है, भले ही जीएसटी संग्रह के साथ स्टांप डयूटी भी कम हो गई है’’।

यह कहते हुए कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों में आम आदमी  पार्टी के प्रचार के लिए 750 करोड़ रूपये निर्धारित किए गए थे। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ सरकार पंजाबियों से किए गए सभी वादों से पीछे हट गई है, जिसमे बेरोजगार नौजवानों के लिए नौकरी, सभी संविधा कर्मचारियों को नियमित करना और महिलाओं को 1000 रूपये प्रति माह देना शामिल है’’।

सरदार बादल ने कहा कि समस्या की जड़ इस बात में निहित है कि भगवंत मान ने जिस तरह से अरविंद केजरीवाल के आगे घुटने टेक दिए है और नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट समझौता करने के बाद सभी शक्तियां केजरीवाल को सौंप दी है। उन्होने कहा, ‘‘ राघव चडडा सहित केजरीवाल के सिपहसालार पंजाब पर परोक्ष रूप में शासन कर रहे हैं’’।

सरदार बादल ने कहा , ‘‘ राज्य के इतिहास में कभी भी किसी भी निर्वाचित सरकार ने अपने लोगों को इस तरह से नही छोड़ा है। उन्होने कहा कि लोग अपने जीवन और आजीविका के बारे में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल द्वारा बड़ी मेहनत से  शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द्र के बनाए माहौल को तार-तार कर दिया गया है। उन्होने कहा, ‘‘ पंजाबी बदलाव’ के नाम पर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं तथा स्थिति इतनी बेकाबू होती जा रही है कि पंजाब फिर से अंधकार के युग में जाने का खतरा पैदा हो गया है। उन्होने कहा  कि एक मॉडल वास्तव में हासिल किया गया है और वह अराजकता का है, कानून-व्यस्था का नही।’’

मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब को कानून और व्यवस्था का आदर्श राज्य बनाने के बारे में झूठ बोलने पर हैरानी जताई।
कहा कि पंजाबियों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री माफी मांगेंगें और गृहमंत्री के रूप में इस्तीफा देंगें, क्योंकि वह पंजाब को अराजकता और साम्प्रदायिक संबंधों के टूटने के जिम्मेदार हैं।
कहा कि मुख्यमंत्री रोजाना करोड़ों के विज्ञापन में शेखी बघारने के बजाय पंजाबियों से उनकी उपलब्धियों के बारे में पूछें ।

कहा कि कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के अलावा, मुख्यमंत्री राज्य में वित्तीय बर्बादी लाने के भी जिम्मेदार हैं।

कहा कि समस्या यह है कि कैसे मुख्यमंत्री ने अरविंद केजरीवाल के  साथ नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट करके सभी शक्तियां अरविंद केजरीवाल को सभी शक्तियां सौंपकर उसके सामने घुटने टेक दिए है। कहा कि केजरीवाल के सिपाहसालार परोक्ष रूप से पंजाब पर शासन कर रहे हैं।

कहा कि एक मॉडल हासिल कर लिया गया है लेकिन वह अराजकता का है।

 

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