कांग्रेस सरकार की उद्योग नीतियों के कारण पिछले पांच सालों में पंजाब को निवेश से हाथ धोना पड़ा: सरदार सुखबीर सिंह बादल

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ਕਾਂਗਰਸ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਇੰਡਸਟਰੀ ਵਿਰੋਧੀ ਨੀਤੀਆਂ ਕਾਰਨ ਪੰਜਾਬ ਨੇ ਪਿਛਲੇ ਪੰਜ ਸਾਲਾਂ ਵਿਚ ਨਿਵੇਸ਼ ਗੁਆਇਆ : ਸੁਖਬੀਰ ਸਿੰਘ ਬਾਦਲ
सी.आई.आई सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने निवेश पंजाब और राइट टू सर्विस क विभागों के अलावा सुविधा केंद्रों को बंद कर दिया

 

कहा कि पंजाब को एक सकारात्मक एजेंडा ,जन-समर्थक और उद्योग समर्थक नीतियों की ओर वापसी की जरूरत

चंडीगढ़/12नवंबर 2021

शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि पिछले पांच सालों में सरकार की उद्योग नीतियों के कारण  कांग्रेस पार्टी द्वारा तथा पंजाबियों को नशा करने के लिए बदनाम करने के अलावा निवेश पंजाब और राज्य को पीछे धकेल दिया है।

अकाली दल अध्यक्ष यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) में उद्योगपत्तियों की सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसके दौरान इसकी पंजाब इकाई ने ‘‘मेकिंग पंजाब फ्यूचर रेडी’’  घोषणा पत्र पेश किया । सीआईआई पंजाब इकाई के अध्यक्ष भवदीप सरदाना ने संबोधित करते हुए सरकारी कामकाज में पारदर्शिता सुनिश्चित करने, डिजीटलीकरण, उद्योग -सरकार के अंतर को कम करना और सरकारी नीतियों में स्थिरता सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया।

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इस अवसर पर सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उन्होने अपने पिछले कार्यकाल में सीआईआई की पंजाब इकाई द्वारा तैयार किए गए एजेंडे को पहले ही शुरू कर दिया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस पर ध्यान ही नही दिया , जिसके कारण औद्योगि निवेश का माहौल पूरी तरह से खराब हो गया। ‘‘ आप निवेशकों से निवेश करने की उम्मीद कैसे रखते हैं यदि सत्तारूढ़ दल अपने ही लोगों को यह कहकर बदनाम करता है कि राज्य में में 70 फीसदी लोग  नशे के आदी हैं?’’। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार और उसके शीर्ष मंत्रियों द्वारा ’’खजाना खाली ’’जैसे शब्दों के लगातार प्रयोक से भी उद्योग का विश्वास कम हो गया।

सरदार सुखबीर सिंह बादल ने जोर देते हुए कहा कि पंजाब को एक सकारात्मक एजेंडे और एक सकारात्मक मुख्यमंत्री की जरूरत है, जो निर्णायक कार्रवाई में विश्वास करता है। उन्होने कहा कि ‘‘पिछले लगभग पांच सालों के दौरान कांग्रेस सरकार ने राज्य द्वारा आईटीसी और कारगिल जैसे कंपनियां पंजाब में निवेश कर रही हैं। इनवेस्ट पंजाब विभाग को इस तरह से कम कर दिया गया कि यह सिर्फ कागजों में ही रह गया। उद्योगपत्ति अब विनिवेश पंजाब में इसका उल्लेख करते हैं कि सरकार ने सुविधा केंद्रो और राईट टू सर्विस विभाग को बंद कर दिया गया, क्योंकि यह पिछली अकाली दल की अगुवाई वाली सरकार के समय शुरू किया गया था। यदि लोगों और उद्योग समर्थक उपायों को वापिस लिया जाता है तो कोई भी राज्य आगे नही बढ़ सकता। हम राज्य में शिअद-बसपा गठबंधन सरकार बनने पर फिर से राजय में निवेश प्रवाह को फिर से सुनिश्चित करने के लिए निवेश पंजाब विभाग को पुनजीर्वित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उद्योगपत्तियों से बातचीत के दौरान सरदार बादल ने आश्वासन दिया कि अगली सरकार का ध्यान तेजी से विकास के साथ साथ शिक्षा और स्वास्थ्य पर केद्रित होगा। ‘‘ हम सभी जिलों में 500 बिस्तर का अस्पताल बनाने के लिए ब्लॉक स्तर पर मेगा एकीकृत स्कूल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं’’। उन्होने कहा कि सरकार मेगा विकास केंद्र स्थापित करेगी जो अपनी आवश्यकताओं के अनुसार उद्योग के साथ मिलकर चलाए जांएगें।

सीआईआई के पूर्व पंजाब चेयरमैन आशीष कुमार, बीएम खन्ना और अमित थापर के अलावा अन्य ने चिंता व्यक्त की तथा अकाली दल अध्यक्ष से राज्य उद्योग को फिर से पटरी पर लाने के लिए विशेष योजनाएं बनाने का आग्रह किया। उन्होने सरदार बादल को आगामी चुनावों के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में दूरदर्शी नेता के साथ वे स्थिर सरकार चाहते हैं।