सिसोदिया की जमानत रदद करने की मांग करते हुए कहा कि इसका दुरूपयोग आप पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं कों रिश्वत देकर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के लिए किया जा रहा
चंडीगढ़, 16 अगस्त 2025
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज चुनाव आयोग से पंजाब में भाईचारे के बीच खून-खराबा भड़काने की कोशिश करने के लिए दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होने हाल ही में सिसोदिया द्वारा दिए गए भड़काउ बयानों के मददेनजर भ्रष्टाचार के एक मामले में उन्हे दी गई जमानत को रदद करने की मांग की है।
अकाली दल अध्यक्ष ने मनीष सिसोदिया की एक हाल ही की सार्वजनिक हो चुकी क्लिप का जिक्र करते हुए बताया जिसमें वह आप कार्यकर्ताओं को 2027 का विधानसभा चुनाव जीतने के लिए झूठ, झूठे वादों, मतदाताओं को रिश्वत देने और यहां तक कि हिंसा को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होने कहा कि यह इस बात का सबूत है कि ‘‘ आप’’ पंजाब का माहौल खराब करने जा रही है इसीलिए जब तक चुनाव आयुक्त इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि आप सरकार द्वारा दिल्ली के नेता के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने की कोई संभावना नही है, क्योंकि जब सिसोदिया ने ये भड़काउ टिप्पणियां दी उस समय मुख्यमंत्री भगवंत मान वहां मौजूद थे। आयोग को सिसोदिया को दी गई जमानत रदद करने की सिफारिश करनी चाहिए, जिसका दुरूपयोग मतदाताओं को रिश्वत देकर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के लिए किया जा रहा है, तथा जिस मामले में आप नेता पहले से ही केस का सामना कर रहे हैं।’’
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने चुनाव आयोग से आप को पंजाब में 2027 के विधानसभा चुनाव लड़ने से रोकने पर विचार करने की अपील करते हुए कहा क्योंकि आप ने सरेआम यह कहा है कि वह अपने पक्ष में जनादेश हासिल करने के लिए अवैध तरीकों का इस्तेमाल करेगी। उन्होने कहा कि पंजाब ने एक दशक से अधिक समय तक आतंकवाद देखा है और जब सरदार परकाश सिंह बादल जैसे नेताओं ने स्थायी शांति स्थापित करने के लिए साम्प्रदायिक सदभाव को मजबूत करने के लिए कदम उठाए तब ही पंजाब इस भयावह समय से बाहर निकल सका। उन्होने कहा,‘‘ अब दिल्ली स्थित नेता आप कार्यकर्ताओं को अगला चुनाव जीतने के लिए हिंसक कदम उठाने का आदेश देकर राज्य को अराजकता और साम्प्रदायिक हिंसा की ओर धकेल रहे हैं।’’
अकाली दल अध्यक्ष ने चुनाव आयोग से पंजाब में बेअदबी की जघन्य घटनाओं की शुरूआत के बीच और 2014 में राज्य में आप पार्टी के कार्यकाल के आगमन के बीच संबंधों की जांच करने का अनुरोध किया। उन्होने कहा,‘‘ राज्य के इतिहास में इससे पहले कभी भी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी नही हुई।’’ उन्होने यह भी बताया कि कैसे दिल्ली के पूर्व विधायक नरेश यादव को मलेरकोटला में पवित्र कुरान की बेअदबी में लिप्त होने का दोषी ठहराया गया था, जो दर्शाता है कि आप ने तत्कालीन सत्तारूढ़ अकाली दल की सरकार को अस्थिर होने के लिए बेअदबी की साजिश रची थी। यह कहते हुए कि आप सरकार ने बेअदबी और पंजाब में आप पार्टी के आगमन के बीच संबंधों की जांच करने के लिए भरोसा नही किया जा सकता, क्योंकि इन्होने नरेश यादव को क्लीन चिट देने की पूरी कोशिश की थी। उनेने चुनाव आयोग से इस मुददे की केंद्रीय एजेंसी से निष्पक्ष जांच की सिफारिश करने का आग्रह किया।

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