सरदार सुखबीर सिंह बादल द्वारा शराब माफिया के खिलाफ आंदोलन कर रहे लोगों का दमन करने के लिए कांग्रेस सरकार की निंदा

Sukhbir warns Amaridner of mass movement if free power stopped

कहा कि पार्टी विरसा सिंह वल्टोहा तथा एक हजार लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने पर भी पीछे नही हटेगी

शिरोमणी अकाली दल आने वाले दिनों में अपना आंदोलन तेज करेगी

चंडीगढ़/16अगस्त: शिरोमणी अकाली  दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कांग्रेस सरकार की निंदा करते हुए पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सरदार विरसा सिंह वल्टोहा के खिलाफ केस दर्ज करने के निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार लोगों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होने कहा कि सरदार वल्टोहा तथा हजारों लोग शराब माफिया के कुकृत्यों का विरोध कर रहे थे जिसके कारण अकेले तरनतारन में सौ से ज्यादा मौतें हुई हैं।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि युवा नेता गौरव वल्टोहा के साथ सरदार वल्टोहा और भाई मनजीत सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा करते की जिसमें और एक हजार के करीब लोगों ने कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर के घर का घेराव किया। उन्होने कहा कि पार्टी को इस तरह की दमनकारी हथकंडों से दबाया नही जा सकता। जहरीली शराब त्रासदी के पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए आंदोलन जारी रखेंगे।

सरदार सुखबीर सिंह बादल ने इस समय किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों पर कांग्रेस के दोहरे मापदंडों पर भी सवाल उठाए। उन्होने कहा कि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई, जब उन्होने विरोध किया तो सरकार ने अकाली कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के लिए उनपर केस दर्ज कर लिया।

सरदार बादल ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल जहरीली शराब त्रासदी के दोषियों के साथ साथ शराब माफिया के खिलाफ आने वाले दिनों में आंदोलन तेज करेगा। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कांग्रेस विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से इंकार कर दिया था, जिन्हे पीड़ित परिवारों ने नामित किया था।  उन्होने कहा कि प्रशासनिक मोर्चे पर भी निम्न स्तर के अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा था जबकि शिकायतों के बावजूद शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई न करने वाले तरनतारन के पूर्व एसएसपी धु्रव दहिया को एक बार फिर उच्च पोस्ंिटग देकर पुरस्कृत किया गया।

शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि इसे चलाने वाले शराब माफिया और कांग्रेसियों के खिलाफ कार्रवाई करने के अलावा उन डिस्टलरी चलाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की आवश्यकता थी। उन्होने कहा कि ‘हम इस मामले की स्वतंत्र जांच की के लिए आंदोलने जारी रखेंगे और जांच सीबीआई को सौंपने की मांग करते हैं