
अकाली दल के कार्यकर्ताओं सहित समूह पंजाबियों से इस अभियान को बैसाखी तक पूरा करने का प्रयास करने का आग्रह किया)
चंडीगढ़, 18 फरवरी 2023
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुए, जिसमें बादल गांव के गुरुद्वारो में एक याचिका पर हस्ताक्षर करके राज्य भर के गांवों में बंदी सिंहों की रिहाई की मांग की गई है।पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल भी याचिका पर हस्ताक्षर कर अभियान में शामिल हुए।
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अकाली दल अध्यक्ष ने बादल गांव के गुरुघर में फाॅर्म पर हस्ताक्षर करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सिख बंदियों की रिहाई की याचिका पर हस्ताक्षर करने वाले लाखों पंजाबियों के साथ जुड़ना सम्मान की बात है, जो उम्रकैद पूरी होने के बाद भी जेल में बंद हैं।
सरदार बादल ने अकाली दल के कार्यकर्ताओं से हस्ताक्षर अभियारन को राज्य के प्रत्येक गांव तक पहुंचाकर इसे एक जन-आंदोलन बनाने में एसजीपीसी की मदद करने की अपील की है। उन्होने कहा कि सभी पंजाबियों को इन फाॅर्मों पर हस्ताक्षर करने चाहिए, चाहे वे किसी भी पार्टी से जुड़े हों। उन्होने कहा कि हम सब मिलकर ही इस आंदोलन को सफल बना सकते हैं। उन्होने अकाली दल के कार्यकर्ताओं सहित पंजाबियों से इस अभियान को बैसाखी तक पूरा करने का प्रयास करने का आग्रह किया है।
सरदार बादल ने कहा कि प्रो. दविंदरपाल सिंह भुल्लर की छह बार आॅन रिकाॅर्ड फाइल अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार को प्रो. भुल्लर को रिहा करने के लिए भेजी गई, लेकिन उन्हे उसे रिहा करने से इंकार कर दिया। उन्होने कहा कि इसी तरह भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार ने गुरमीत सिंह इंजीनियर की रिहाई की मंजूरी देने से इंकार कर दिया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने श्री गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर बंदी सिंहों को रिहा करने का वादा किया था , लेकिन यह वादा कभी निभाया नही गया। उन्होने कहा कि कानून सभी के लिए समान होना चाहिए। उन्होने कहा कि उम्रकैद की सजा पाने वाला हर कैदी 14 साल की कैद से रिहा हो जाता है, लेकिन ये बंदी सिंह 30 साल से अधिक की सजा के बाद भी जेलों में बंद हैं।
इस दौरान इस अभियान की शुरूआत शिरोमणी अकाली दल के मुख्य कार्यालय से की गई है, जिसमेें पूर्व मंत्री डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने फाॅर्म पर हस्ताक्षर कर अभियान की अगुवाई की है। चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष हरदीप सिंह बुटरेला सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने सभी पंजाबियों से बंदी सिंहों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए एसजीपीसी और अकाली दल के इस आंदोलन का तहे दिल से समर्थन करने की अपील की है।
अटारी से एसजीपीसी के अध्यक्ष सरदार हरजिंदर सिंह धामी द्वारा औपचारिक रूप से शुरू किए गए अभियान को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलने की खबरें आ रही हैं।

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