सुमेध सैनी को बचा रही है कांग्रेस तथा सरकारी मशीनरी:प्रो बलजिंदर कौर

Cong ministers behind smuggling of paddy, cotton from other states: Prof Baljinder Kaur

पूर्व डीजीपी को बचाने के लिए जानबूझकर बचाव का रास्ता तैयार कर रहा है विजिलेंस ब्यूरो और एडवोकेट जनरल कार्यालय
आप ने की कैप्टन के इस्तीफे तथा विजिलेंस चीफ और एजी पंजाब को बर्खास्त करने की मांग
चंडीगढ़, 20 अगस्त 2021
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी के मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा तथा मुख्य सचिव पंजाब विनी महाजन चीफ विजिलेंस डायरेक्टर बी. के. उप्पल और एडवोकेट जनरल पंजाब अतुल नंदा को तुरंत उनके पद से हटाने की मांग की है।
शुक्रवार को पार्टी कार्यालय से जारी एक बयान में पार्टी की वरिष्ठ नेता और विधायक प्रो. बलजिंदर कौर ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस और पूरी सरकारी मशीनरी सुमेध सैनी को बचाने में लगी है। उन्होंने कहा कि सरकार सुमेध सिंह को बचाने के लिए अपनी कार्रवाई में कोई न कोई कमी छोड़ कर उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए खेले जा रहे इस खेल में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, जोकि विजिलेंस तथा गृह विभाग के मुखिया भी हैं सहित मुख्य सचिव पंजाब, चीफ विजिलेंस, गृह सचिव तथा एडवोकेट जनरल पंजाब भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री सहित इन सभी अधिकारियों को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
प्रो. बलजिंदर कौर ने कहा कि बादलों के नक्शे कदमों पर चलते हुए कैप्टन सरकार भी सुमेध सिंह के मामले में नर्मी दिखा रही है। बरगाड़ी तथा बहबल कलां के केसों को लेकर सुमेध सैनी के खिलाफ कभी भी कोई ठोस केस नहीं बनाया गया। सैनी के खिलाफ मामलों को लेकर लोगों तथा कानून को गुमराह कर केवल खानापूर्ति ही की गई है।
प्रो. बलजिंदर कौर ने कहा कि सुमेध सैनी के खिलाफ बेअदबी और बहबल कलां सहित अन्य सभी मामलों को लेकर अगर सरकार ने निष्पक्ष जांच की होती, तो सैनी आज सलाखों के पीछे होते। लेकिन कैप्टन सरकार ऐसा नहीं चाहती। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह सुखी रंधावा ने अपने हालिया ट्वीट में सैनी पर लगाए हमारे आरोपों की पुष्टि की है।
प्रो. बलजिंदर कौर ने सभी पुराने और नए मामलों में सुमेध सैनी के खिलाफ सत्तारूढ़ कांग्रेस से सख्त और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सुमेध सैनी जैसा गंभीर आरोपी सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर और कानूनी खामियों के चलते इतने गंभीर और संवेदनशील मामलों से बच निकलता है तो सरकार की व्यवस्था और कानून के प्रति आम जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाना लाजमी है।