केजरीवाल के हार मानने  वाले  भाषण से साफ पता चलता है कि शिअद-बसपा दो-तिहाई बहुमत की ओर बढ़ रही है: शिरोमणी अकाली  दल

HARCHARAN SINGH
ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਵੱਲੋਂ ਆਤਮ ਸਮਰਪਣ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਭਾਸ਼ਣ ਨੇ ਸਾਬਤ ਕੀਤਾ ਕਿ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੋ ਤਿਹਾਈ ਬਹੁਮਤ ਵੱਲ ਵੱਧ ਰਿਹੈ : ਅਕਾਲੀ ਦਲ
सरदार हरचरन बैंस ने पंजाब और सिखों के मुददों पर भगवंत मान को खुला पत्र जारी किया

चंडीगढ़ /08फरवरी 2022

शिरोमणी अकाली दल ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अकाली कार्यकर्ताओं से सीधी अपील को आम आदमी पार्टी के नेता का ‘‘समर्पण भाषण ’’ करार दिया है और उन्हे यह स्वीकार करने के लिए धन्यवाद दिया कि पंजाबियों ने उन्हे खारिज कर दिया तथा अपने आप को बचाने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों के दरवाजे पर भीख मांगने के लिए मजबूर कर दिया।

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अकाली  दल  अध्यक्ष के प्रमुख सलाहकार सरदार हरचरन सिंह बैंस ने कहा कि पार्टी ने पंजाबियों को यह भी याद दिलाया कि केजरीवाल की तरह, अंग्रेजों ने भी एक मौका मांगा था, तथा भारतीय लोगों ने विभिन्न शासकों को मौके दिए थे और अंग्रेजों ने भारतीयों को वही सुविधाएं देने का मौका देने के लिए कहा था, जिसका  ब्रिटिस शासकों ने पूरा आंनद लिया। हम 200 से अधिक सालों से अधिक सालों तक गुलाम रहे हैं और महाराजा रंजीत सिंह के खालसा साम्राज्य को खो दिया। अब पंजाबियों से वही गलती दोहराने की उम्मीद मत करो।

सरदार बैंस ने  आज दोपहर यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा , ‘‘ आप पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को एक खुला पत्र ’’ भी जारी किया, जिसमें  केजरीवाल द्वारा दिल्ली के स्कूलों में पंजाबी पर प्रतिबंद्ध लगाने के फैसले पर अपना रूख स्पष्ट करनेे के लिए कहा, पंजाब के किसानों पर पराली जलाने के मामले में भारी जुर्माना लगाने की मांग करना, दिल्ली में स्पोर्टस कोटा सूची में गतका जैसी सिख मार्शल आर्ट को शामिल न करने के अपने फैसले के लिए अपने रूख स्पष्ट करने के लिए कहा गया है।

सरदार बैंस ने भगवंत मान से दिल्ली में आप सरकार से पंजाबियों को पूरी तरह से बाहर किए जाने पर अपना रूख स्पष्ट करने के लिए कहा, जबकि यहां पंजाब में वह पंजाबियों से मौका मांग रहे हैं। सरदार बैंस ने भगवंत मान से केजरीवाल से यह पूछने के लिए कहा कि कैबिनेट यां दिल्ली बोर्ड के अध्यक्षों यां डॉयरेक्टरों के पद यहां तक कि वरिष्ठ सिविल सर्विसिज पदों पर एक भी सिख यां पंजाबी क्यों नही है।

सरदार बैंस ने कहा कि केजरीवाल और राघव चडडा दोनों ने आखिरकार पंजाब में पंजाबी बोलने से इंकार करने के लिए उनके खिलाफ पंजाबियों के गुस्से को महसूस कर लिया । ‘‘ अब उन्होने पंजाबी बोलने का दिखावा करना शुरू कर दिया है। लेकिन हम इन पंजाबी नफरत करने वालों को पंजाबी बोलने के लिए मजबूर करने के लिए बधाई देते हैं।

अपने पत्र में सरदार बैंस ने मान से पूछा कि वह चुप क्यों रहे, जबकि केजरीवाल सरकार ने हमसे पंजाब के दरिया का पानी छीनने के लिए सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया था।

अकाली नेता ने केजरीवाल  द्वारा अकाली कार्यकर्ताओं से उन्हे चुनने पर अपने वादों को पूरा करने के बारे  कहा ‘‘ यह आदमी दस साल तक आईआरएस अधिकारी और मुख्यमंत्री रहा है , और इतना भी नही जानता कि सभी सरकारी नीतियां हमेशा राजनीतिक संबद्धंता की परवाह किए बिना हर नागरिक की होती हैं। क्या पंजाब में मुफ्त बिजली सिर्फ अकाली किसानों के लिए हैं? क्या  आप और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सरदार परकाश सिंह बादल  की शगुन, पेंशन और मेरिटोरियस स्कूल, सरप्लस बिजली, आर्थिक रूप से गरीबों और दलितों को मुफ्त बिजली की योजनाओं का लाभ नही मिलता है।

क्या सुखबीर सिंह बादल के विजन और प्रयासों से निर्मित चार लेन यां छह लेन ऐक्सप्रेसवे पर केवल अकाली ही यात्रा करते हैं? क्या केजरीवाल उन सभी हवाईअडडों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाएगा जोकि परकाश सिंह बादल  की शगुन, पेंशन और मेरिटोरियस स्कूल, सरप्लस बिजली, आर्थिक रूप से गरीबों और दलितों को मुफ्त बिजली की योजनाओं का लाभ नही मिलता है। क्या सुखबीर सिंह बादल के विजन और प्रयासों से निर्मित चार लेन यां छह लेन ऐक्सप्रेसवे पर केवल अकाली ही यात्रा करते हैं? क्या केजरीवाल उन सभी हवाईअडडों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाएगा जोकि सरदार परकाश सिंह बादल के कार्यकाल के दौरान बनाए गए थे? यह पूर्व नौकरशाह यां तो बहुत अज्ञानी है यां ऐसा डोंग कर  मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर रहा है। वह सोचता है कि प्रतिद्वंदी राजनीतिक विचारों वाले लोगों को सरकार की नीतियों का लाभ देना उन एहसान करना है’’।